PATNA : राज्य के नगर निगमों में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव अब सीधे वोटर करेंगे। अब तक पार्षदों के जरिए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होता रहा है लेकिन राज्य सरकार इसमें बदलाव करने जा रही है। नीतीश सरकार की तरफ से बदलाव का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और जल्द ही इसे कैबिनेट में लाए जाने की संभावना है।
कैबिनेट की मुहर लगने के बाद यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। इसके लागू होने के बाद मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में मैनेजमेंट का जो खेल होता है उस पर लगाम लगेगी और वोटर अपने मेयर और डिप्टी मेयर को सीधे चुनकर उनकी जवाबदेही भी तय कर पाएंगे।
आपको बता दें कि पड़ोसी राज्य झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव सीधे जनता करती है लेकिन बिहार में यह व्यवस्था लागू नहीं है। यहां चुने गए पार्षद ही मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करते हैं जिसे लेकर समय-समय पर तकरार की स्थिति होती है। साथ ही साथ खेमेबाजी के कारण विकास के काम भी प्रभावित होते हैं।
मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी पर अक्सर ऐसे चेहरे चुने जाते हैं जिन्हें पूरे नगर निगम क्षेत्र की जनता जानती तक नहीं। लेकिन अब नगर विकास एवं आवास विभाग के सूत्रों के मुताबिक के प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और विधि विभाग ने भी इस पर अपनी सहमति दे दी है। आपको यह भी बता दें कि इसी साल अप्रैल-मई में नगर निगम के चुनाव होने हैं और नई व्यवस्था इसके पहले लागू हो सकती है।
नगर विकास विभाग में निकायों के गठन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पिछले हफ्ते ही राज्य कैबिनेट ने तीन नए नगर निकायों के गठन के साथ-साथ 7 को उत्क्रमित करने दो नगर निकायों के क्षेत्र विस्तार और 7 नगर निकायों के क्षेत्र और नाम में संशोधन को सहमति दी थी। राज्य सरकार जिस फैसले की तरफ आगे बढ़ने की तैयारी में है, उसके लागू होने के बाद ना केवल पटना नगर निगम के मेयर और डिप्टी में बल्कि अन्य नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर को जनता सीधे चुन पाएगी।