मुंगेर में नीतीश की समाधान यात्रा, 96 एकड़ में बने वानिकी महाविद्यालय का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

मुंगेर में नीतीश की समाधान यात्रा, 96 एकड़ में बने वानिकी महाविद्यालय का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

MUNGER: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाधान यात्रा के दौरान मुंगेर पहुंचे। जहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। सीएम नीतीश जमालपुर प्रखंड स्थित बांक पंचायत के गुलालपुर गांव भी गये। जहां उन्होंने गांव का भ्रमण किया उसके बाद उस गांव में 16 लाख की लागत से बने मुंगेर का पहला प्लास्टिक कचरा प्रबंधन यूनिट का उद्घाटन किया। वहीं पाल हाउस में भेड़ के उन से कम्बल बनाने के लिए विधुत चालित हस्तकरघा जीविका की बहनों को सौंपा और 96 एकड़ में बने वानिकी महाविद्यालय का उद्घाटन किया।


बांक पंचायत स्थित मंगरा पोखर पहुंचे सीएम नीतीश ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत मंगरा पोखर के सजावट और वहाँ पर जीविका दीदियों द्वारा बनाये गए उत्पादों के स्टॉल का निरीक्षण किया। इसके पूर्व उन्होंने मंगरा पोखर स्थित विद्यालय और आदर्श आंगनबाड़ी का भी निरीक्षण किया। इन सब के बाद ग्रामीणों से मिले उसके बाद वो सदर प्रखण्ड स्थित नन्दलाल गांव  के पास स्थित 96 एकड़ में 231करोड़ 88 लाख 32 हजार कि लागत से बने वानिकी कॉलेज का उद्घाटन किया।


बता दें कि इस कॉलेज का शिलान्यास 25 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही किया था और आज 3 सालों बाद नीतीश कुमार के हाथों इस कॉलेज का उद्घाटन हुआ। बिहार का यह कॉलेज अपने आप मे बिल्कुल ही अलग तरह का कॉलेज है। यह कॉलेज पर्यावरण और कृषि शिक्षा का अधुनिक केन्द्र है, इसकी सुंदरता और व्यवस्था देखते ही बनती है। वानिकी कॉलेज में एमएससी फारेस्ट्री, बीएससी फारेस्ट्री, एमएससी पर्यावरण विज्ञान में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई होगी साथ ही शोधकर्ता यहां शोध भी कर सकेगें।


राज्य के सरकार द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से इसके लिए छात्रों का चयन किया जाएगा. मुंगेर का यह वानिकी कॉलेज बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के अधीन है. कॉलेज के अस्तित्व में आने से मुंगेर ही नहीं बल्कि राज्यभर में वानिकी को बढ़ावा मिलेगा. युवा पीढ़ी वन विकास के लिए प्रेरित होंगे। इस कार्यक्रम के बाद वो किला परिसर स्थित प्रेक्षागृह में जीविका दीदियों से संवाद किया। इसके बाद उन्होंने संग्रहालय के सभागार में सभी विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के बाद वो सड़क मार्ग से लखीसराय के लिए रवाना हुए।