मोदी सरकार ने किया ट्रेन चलाने का फैसला स्पेशल ट्रेन से आएंगे मजदूर और छात्र

मोदी सरकार ने किया ट्रेन चलाने का फैसला स्पेशल ट्रेन से आएंगे मजदूर और छात्र

PATNA : लॉक डाउन के कारण बिहार के रहने वाले लाखों मजदुर और हजारों छात्र आज दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. कुछ राज्यों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है दिल्ली से, जहां मोदी सरकार ने ट्रेन चलाने का बड़ा निर्णय लिया है. बिहार, राजस्थान, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने केंद्र से स्पेशल ट्रेन चलाने की अपील की जा रही थी. अपील को मानते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए स्पेशल ट्रेन चलाने का आदेश दिया है. 


गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है. इसके लिए सभी जेनरल मैनेजर को स्टेट चीफ सेक्रेटरीज से संपर्क कर ट्रेनें प्लान करने को कहा गया है. केरल के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ विश्वास मेहता की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 1200 प्रवासी मजदूरों के लिए आज रात में स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. इस ट्रेन में उड़ीसा के प्रवासी मजदूर कोच्चि स्टेशन से भुवनेश्वर पहुंचेंगे. एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ विश्वास मेहता की ओर से बताया गया कि उनके पास 5 और ट्रेनें चलाये जाने की अनुमति है, लेकिन अभी फिलहाल उनका डेस्टिनेशन तय नहीं किया गया है.



केंद्रीय गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से होनेवाली नियमित प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की घोषणा की गई है. बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने स्पेशल ट्रेन चलाये जाने के फैसले का स्वागत किया है. मजदूर दिवस पर झारखंड और उड़ीसा के श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है. केरल से भुवनेश्वर और तेलंगना से झारखंड के लिए दो ट्रेनों की चलाने की मंजूरी मिली है. केरल के एर्नाकुलम से ओडिशा के भुवनेश्वर के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. इस ट्रेन में करीब 1200 मजदूरों को बैठने की अनुमति होगी. ओडिशा सरकार की अपील के बाद रेल मंत्रालय ने इस स्पेशल ट्रेन को चलाने की अनुमति दी है.


देश में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लागू हुए एक महीने से अधिक का वक्त हो गया है. इस बीच सबसे अधिक मुश्किलें प्रवासी मजदूरों को उठानी पड़ी हैं. बिहार के लाखों मजदूर अभी भी कई राज्यों में फंसे हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीते दिनों ही अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों समेत अन्य लोगों को वापस जाने की अनुमति दी थी. इसके लिए कुछ गाइडलाइन्स जारी की गई थी. अभी मजदूरों की वापसी के लिए बसों की इजाजत दी गई है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग, क्वारनटीन जैसे नियमों का पालन करना होगा. वहीं, दूसरी ओर अभी कर्नाटक के लिए किसी भी स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला नहीं लिया गया है.