DARBHANGA : मखाना को अब मिथिला मखाना के नाम से जाना जाएगा। राज्य सरकार की मांग पर हरी झंडी देते हुए केंद्र सरकार ने मिथिला मखाना को जियोग्रैफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग दे दिया है। ये कहीं न कहीं मखाना उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है। अब उनकी उपज को अधिकतम कीमत मिल सकेगी।
इसकी जानकारी देते हुए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा है, ‘मिथिला मखाना जीआई टैग में पंजीकृत हो गया है। इससे किसानों को लाभ मिलेगा और कमाई भी अधिक हो सकेगी। त्योहारों के मौसम में इस शुभ सामग्री यानी मिथिला मखाना का उपयोग भौगोलिक संकेत टैग के कारण बिहार के बाहर के लोग भी श्रद्धा के साथ कर सकेंगे।
आपको बता दें, किसी भी उत्पाद को यह टैग मिल जाने के बाद कोई भी व्यक्ति या कंपनी उस नाम से मिलती-जुलती चीज़ की बिक्री नहीं कर सकता है। इस टैग की वैलिडिटी 10 साल तक रहती है, जिसके बाद इसे नवीनीकृत किया जा सकता है।