JAMUI: मैट्रिक परीक्षा के चौथे दिन भी पेपर शुरू होने से कुछ देर पहले अंग्रेजी का पेपर वायरल हो गया. जैसे ही यह खबर परीक्षार्थियों तक पहुंची पेपर लेने के लिए उनमें होड़ मच गई. लेकिन जैसे ही परीक्षा खत्म हुई पेपर मिलान किए जाने पर वायरल पेपर फर्जी निकला.
हालांकि अधिकारियों ने पहले ही पेपर वायरल होने की बात से इंकार किया था . अंग्रेजी के पेपर वायरल होने को लेकर जब मीडिया के लोगों ने अधिकारियों से बात कि थी तो उन्होंने इस तरह की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कुछ ऐसा सही पाया जाता है तो इसमें संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन परीक्षा खत्म होते ही पता चल गया कि वायरल पेपर फर्जी था.
बता दें कि मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन भी सोशल साइंस का पेपर वायरल हो रहा था, लेकिन पहले तो ऐसा मानने से अधिकारियों ने इंकार कर दिया था. पर विधानसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद सीएम ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर से बात कर इस पर संज्ञान लेने की बात कही थी. जिसके बाद शुक्रवार की देर रात सोशल साइंस का पेपर रद्द कर दिया गया है.
सोशल साइंस पेपर वायरल होने के मामले में तीन बैंककर्मियों पर कार्रवाई भी की गई है. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.