मैच खेलने के दौरान दो क्रिकेटर की मौत, बाकी प्लेयर में मची अफरा -तफरी

मैच खेलने के दौरान दो क्रिकेटर की मौत, बाकी प्लेयर में मची अफरा -तफरी

DESK : क्रिकेट खेलना हर किसी को पसंद है। लेकिन, इस दौरान यह वाकया भी हर बार देखने को मिलता है कि प्लेयर को मैदान अक्सर चोट लगती रहती है, लेकिन कई बार चोट इतनी गंभीर हो जाती है कि क्रिकेटर की जान तक चली जाती है। प्रोफेशनल क्रिकेट में चीजें थोड़ी कम देखने को मिलती है। लेकिन, एकाध बार लोकल क्रिकेट में अक्सर ऐसा देखने को मिलता है।


दरअसल,  ऐसे ही दो ताजा मामले सामने आए हैं, जिसमें एक क्रिकेटर की मौत गेंद लगने से हो गई। जबकि एक क्रिकेटर को मैदान पर ही हार्ट अटैक आ गया। एक मामला मुंबई का है, जबकि एक मामला नोएडा का है। मुंबई के माटूंगा के मेजर दादकर मैदान पर अक्सर ये देखने को मिलता है कि एक साथ कई मैच खेले जा रहे होते हैं। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पिच बनाकर लोग खेलते हैं। इसी दौरान सोमवार को एक ऐसा मामला सामने आया, जब एक दूसरे मैच में फील्डिंग कर रहे शख्स के सिर पर गेंद लगी और उसकी मौत हो गई। 52 वर्षीय जयेश सावला कुटची कम्यूनिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में दादर यूनियन स्पोर्टिंग क्लब में खेल रहे थे। 


रिपोर्ट्स की मानें तो सावला एक ऐसी जगह पर फील्डिंग कर रहे थे, जिसके पास में ही दूसरा मैच खेला जा रहा था। बराबर में खेले जा रहे दूसरे मैच में एक बल्लेबाज ने पावरपुल पुल शॉट खेला और गेंद जयेश सावला के सिर के पिछले हिस्से पर जा लगी। बिजनेसमैन सावला को तुरंत सियोन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उनको मृत घोषित कर दिया। क्रिकेट की मैदान पर मौत से जुड़ा मामला नोएडा से भी सामने आया। 


नोएडा में रविवार को एक टेक कंपनी में काम करने वाला विकास नेगी एक मैदान पर बल्लेबाजी कर रहा था। वह नॉन स्ट्राइक पर था और दूसरे बल्लेबाज ने चौका जड़ा तो वह उस समय रन दौड़ने के लिए निकला। इसके बाद उसे पता चला तो वह सामने वाले बल्लेबाज को शाबासी देने पहुंचा। दोनों ने ग्लव्स पंच किए और अपने-अपने छोर की तरफ निकल लिए। इसी दौरान विकास नेगी बीच पिच पर गिर पड़े। विपक्षी टीम के विकेटकीपर और गेंदबाज ने उनको संभाला।


सभी खिलाड़ी उनके पास आए और उनकी जान बचाने की कोशिश की गई। जल्द ही उनको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उससे पहले उनकी मौत हो गई। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, विकास पहले कोविड का शिकार हो चुके थे, लेकिन स्वस्थ थे। खुद को फिट रखने के लिए वह अक्सर नोएडा और दिल्ली में क्रिकेट खेलते थे। पिछले कुछ सालों में युवाओं में दिल के दौरे के मामले बढ़े हैं। हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु का एक महत्वपूर्ण कारण है और पिछले पांच वर्षों में भारत में इसका प्रचलन बढ़ा है।