PATNA: 5 दिनों के दिल्ली दौरे के बाद पटना लौटे तेजस्वी यादव ने मनोज झा मामले में चुप्पी तोड़ी. तेजस्वी यादव ने कहा-हम राजपूतों के खिलाफ कैसे हो सकते हैं. जितने राजपूत विधायक हमारी पार्टी में हैं, उतने बीजेपी में भी नहीं है. हालांकि आंकड़े बताते हैं कि तेजस्वी यादव ने पूरी तरह से गलत दावा किया. तेजस्वी यादव ने मनोज झा की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने संसद में कोई गलत बात नहीं बोली. लेकिन तेजस्वी यादव मनोज झा के खिलाफ सबसे पहले मोर्चा खोलने वाले अपनी पार्टी के विधायक चेतन आनंद और उनके पिता के बारे में कुछ भी बोलने से परहेज कर गये.
तेजस्वी का गलत दावा
तेजस्वी यादव पांच दिनों के बाद आज पटना लौटे. एयरपोर्ट पर मीडिया से बात की. कहा-मनोज झा काबिल आदमी हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का खिताब मिल चुका है. वे गलत कैसे बोल सकते हैं. उन्होंने किसी जाति के खिलाफ नहीं बोला. इस देश में चंद लोगों के पास जमीन है, जिनकी आबादी ज्यादा है उनके पास जमीन नहीं है. मनोज झा ने किसी जाति के खिलाफ नहीं बोला है.
हमारे पास ज्यादा राजपूत विधायक
मनोज झा मामले में सफाई देते हुए तेजस्वी यादव अजीबो-गरीब दावा कर गये. तेजस्वी ने कहा-हमारी पार्टी में राजपूत विधायकों की संख्या बीजेपी से ज्यादा है. लेकिन तेजस्वी का ये दावा सरासर गलत है. राजद में राजपूत विधायकों की संख्या 6 है. दूसरी ओर बीजेपी में राजपूत विधायकों की तादाद 18 है. तेजस्वी ने ये भी कहा कि राजद में राजपूत एमएलसी ज्यादा हैं. लेकिन उनका ये दावा भी गलत है. राजद के दो राजपूत एमएलसी हैं. बीजेपी में चार राजपूत विधान पार्षद हैं.
खुद को बताया रघुवंश बाबू का अनुयायी
तेजस्वी यादव ने खुद को राजपूतों का हिमायती साबित करने के लिए कई नाम लिये. उन्होंने कहा कि हमलोग वीपी सिंह, अर्जुन सिंह और रघुवंश प्रसाद सिंह को मानने वाले हैं. जबकि तेजस्वी यादव के कारण रघुवंश प्रसाद सिंह को राजद छोड़ना पड़ा था. बीमार रघुवंश प्रसाद सिंह ने एम्स के आईसीयू से अपना त्यागपत्र लालू यादव को भेजा था. रघुवंश बाबू इस बात से नाराज थे कि तेजस्वी यादव आपराधिक छवि के लोगों को प्रश्रय दे रहे हैं.
आनंद मोहन और चेतन आनंद पर चुप्पी
मनोज झा का समर्थन कर रहे तेजस्वी यादव अपनी पार्टी के विधायक चेतन आनंद और उनके पिता आनंद मोहन पर चुप्पी साध गये. तेजस्वी यादव सिर्फ एक लाइन बोल पाये कि चेतन आनंद को पार्टी फोरम पर बात रखनी चाहिये थी. मीडिया ने फिर से सवाल पूछा कि मनोज झा मामले पर सबसे पहले चेतन आनंद और आनंद मोहन ने ही मोर्चा खोला था. आनंद मोहन ने ही जीभ काट लेने की धमकी दी थी. तेजस्वी यादव ने जवाब दिया-मैं नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं करता.