PATNA : मणिपुर में जेडीयू के 6 में से 5 विधायकों के बीजेपी में जाने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है। एक तरफ जहां जेडीयू ने बीजेपी पर उनके विधायकों को खरीदने का आरोप लगा रही है तो वहीं बीजेपी का कहना है कि जेडीयू के विधायक नीतीश कुमार के फैसले से खुश नहीं थे, इसलिए उन्होंने पाला बदल लिया। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने जेडीयू के आरोपों का जवाब दिया है। सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार के फैसले के कारण मणिपुर और अरुणाचल जेडीयू मुक्त हो गया और आने वाले समय में बिहार भी जेडीयू मुक्त हो जाएगा।
सुशील मोदी ने कहा है कि जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले जेडीयू की मणिपुर इकाई में विद्रोह हो गया। मणिपुर की जेडीयू इकाई नीतीश कुमार के उस निर्णय से सहमत नहीं हैं, जिसमें उन्होंने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया। इसका नतीजा हुआ कि मणिपुर जेडीयू के पांच विधायक विद्रोह कर बीजेपी में आ गए। जिसके बाद मणिपुर जेडीयू मुक्त हो गया। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के एक मात्र जेडीयू विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए थे।
बीजेपी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार के निर्णय से देश के अंदर कई राज्यों में जेडीयू की इकाईयां सहमत नहीं हैं। मणिपुर के बाद जेडीयू में यह विद्रोह अनेक राज्यों में होने वाला है। नीतीश कुमार की एक गलती के कारण मणिपुर और अरुणाचल जेडीयू मुक्त हो गया। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को आगाह किया कि आने वाले दिनों में लालू प्रसाद उनकी पार्टी को तोड़कर बिहार को भी जेडीयू मुक्त कर देंगे।
सुशील मोदी ने संभावना जताई है कि बड़ी संख्या में जेडीयू के विधायक आरजेडी, कांग्रेस और बीजेपी में चले जाएंगे। सुशील मोदी ने ललन सिंह से पूछा है कि क्या उनके विधायक बिकाऊ हैं जो कोई खरीद लेगा। उन्होंने कहा कि जेडीयू ने जो भी आरोप लगाया है वह बेबुनियाद है। जेडीयू के विधायकों को खरीदने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वे नीतीश कुमार के फैसले से असहमत थे इसलिए बीजेपी में शामिल हो गए।