इस बार महाशिवरात्रि पर 117 साल बाद बन रहा विशेष योग, भूल कर भी न करें ये 10 काम

इस बार महाशिवरात्रि पर 117 साल बाद बन रहा विशेष योग, भूल कर भी न करें ये 10 काम

DESK : हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इस साल महाशिवरात्रि 21 फरवरी को मनाई जाएगी. इस साल की शिवरात्रि बेहद खास है क्योंकि इस बार शिवरात्रि पर 117 साल बाद शुक्र और शनि का दुर्लभ योग बन रहा है. वहीं पांच ग्रहों की राशि पुनरावृत्ति होने के साथ शनि और चंद्र मकर राशि, गुरु धनु राशि, बुध कुंभ राशि तथा शुक्र मीन राशि में रहेंगे.

इस बार महाशिवरात्रि पर बन रहे दुर्लभ संयोग के बीच आपको ये 10 काम नहीं करना चाहिए-

1. शिवरात्रि पर भगवान शिव के पूजन के दौरान शंख का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध किया था और शंख उसी दैत्य का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान विष्णु का भक्त था. इसलिए शिव की बजाए विष्णु की पूजा में शंख बजाया जाता है.

2. शिव की पूजा में केसर, दुपहरिका, मालती, चम्पा, चमेली, कुन्द, जूही के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए.  

3. शिव की आराधना के दौरान भूल कर भी करताल नहीं बजाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. 

4. भगवान शिव की पूजा में भूल कर भी तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि जलंधर नामक असुर की पत्नी वृंदा के अंश से तुलसी का जन्म हुआ था जिसे भगवान विष्णु ने पत्नी रूप में स्वीकार किया था.

5. शिव की पूजा में कभी भी तिल से बनी चीज नहीं चढ़ाना चाहिएय 

6. भगवान शिव को सिर्फ साबुत चावल ही चढ़ाना शुभ माना जाता है. 

7. सौभाग्य का प्रतीक माना जाने वाला कुमकुम भी भगवान शिव की पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए.

8. शिवरात्रि के अवसर पर इस दिन काले कपड़े भूल कर भी नहीं पहुंचना चाहिए.  

9. शिवरात्रि के दिन भूल कर भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. 

10. महाशिवरात्रि के दिन देर तक सोना नहीं चाहिए. सुबह उठकर स्नान और भगवान शिव का ध्यान करना चाहिए. ऐसा करने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. इसके साथ ही इस दिन किसी भी भूखे को भोजन कराना चाहिए.