कोरोना पॉजिटिव स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नहीं हो रही थी हॉस्पिटल में भर्ती, अधिकारियों को मुख्य सचिव से लगानी पड़ी गुहार

कोरोना पॉजिटिव स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नहीं हो रही थी हॉस्पिटल में भर्ती, अधिकारियों को मुख्य सचिव से लगानी पड़ी गुहार

BHOPAL: कोरोना से लड़ने वाले फाइटर ही भोपाल में बीमार हो रहे हैं. इसमें स्वास्थ्य विभाग के 34 कर्मी और 15 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. आज सुबह आई रिपोर्ट में जिसमें 5 स्वास्थ्य विभाग और 7 पुलिसकर्मी पॉजिटिव निकले. अब भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या 75 हो गई है. इसमें सबसे अधिक लापरवाही स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव की सामने आई है. जो कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हो रही थी. 

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भी हुआ कोरोना

कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी अपने घरों में ही दो दिनों तक जमे रहे. स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल, रुबी खान, उपसंचालक डॉ. वीणा सिन्हा और डॉ. उपेन्द्र दुबे की रिपोर्ट शनिवार को ही पॉजिटिव आ गई थी, लेकिन ये लोग हॉस्पिटल नहीं गए. डॉक्टर हॉस्पिटल आने की गुजारिश करते रहे. इनलोगों ने कोरोना पॉजिटिव का अपने घरों पर पोस्टर तक लगाने नहीं दिया. 

अधिकारियों ने मुख्य सचिव से लगाई गुहार

इन अधिकारियों की हठ के आगे परेशान जिला प्रशासन ने मुख्य सचिव से गुहार लगाई. जिसके बाद सोमवार की रात प्रमुख सचिव गोविल और डॉ. सिन्हा बंसल हॉस्पिटल में शिफ्ट हुईं. रुबी खान को चिरायु में शिफ्ट किया गया. जैन ने बयान दिया था कि वह घर पर ही सुरक्षित हैं. वह होम क्वॉरेंटाइन है. लेकिन डॉक्टर चाहते थे कि वह हॉस्पिटल में भर्ती हो. इसी तरह से  हेल्थ विभाग में काम करने वाले आईएएस अधिकारी को भी कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी. जिसके बाद उनके संपर्क में आने वाले सभी स्टाफ को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था.