PATNA: PMCH के महिला एवं प्रसूति विभाग में आज जमकर हंगामा हुआ। अस्पताल में भर्ती मरीज को जब दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा था तब उनसे मिलने आई महिला ने जब डॉक्टर को इंफेक्शन होने का खतरा बताया तब डॉक्टर ने उस महिला को धक्का दे दिया। मां को धक्का देता देख महिला के बेटे ने जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर आक्रोशित हो गये और युवक की पिटाई करने लगे। इस दौरान पीएमसीएच में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी।
जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ मारने वाले युवक की मां का आरोप है कि उसके बेटे को डॉक्टरों ने अस्पताल में तो पीटा ही साथ ही उसे लेकर हॉस्टल चले गये वहां भी उनके बेटे की जमकर पिटाई की गयी। बेटे की पिटाई होता देख महिला बेटे को बचाने के लिए पीएमसीएच कैंपस में लोगों से बचाने की अपील करती रही। उसने अस्पताल में तैनात कर्मियों को भी बेटे को बचाने की गुहार लगाई लेकिन आगे कोई नहीं आया। काफी देर तक अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा लेकिन अस्पताल प्रशासन भी आगे नहीं आया। इस मामले में चाइल्ड डिपार्टमेंट के प्रभारी ने डॉक्टर की पिटाई किए जाने के मामले में शिकायत थाने में दर्ज करायी है।
पीड़िता मुंबई में रहती हैं वह पूर्णिया की रहने वाली है। पीएमसीएच में उनकी बहन को पोता हुआ है। जो अभी पीएमसीएच में ही एडमिट हैं। बच्चे को देखने के लिए वह पूर्णिया से अपने बेटे के साथ पीएमसीएच आई थी। नवजात और उसकी मां को दूसरे वार्ड में भेजा जा रहा था तभी उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि इससे इंफेक्शन का खतरा है। जिस पर गुस्सा होकर जूनियर डॉक्टर ने हाथ मोड़ दिया। विरोध करने पर डॉक्टर ने उन्हें धक्का दे दिया। यह देख उनके बेटे को रहा नहीं गयाा उसने धक्का देने वाले शख्स को थप्पड़ मार दिया। उसे नहीं पता था कि जिस शख्स ने उसकी मां को धकेला वह जूनियर डॉक्टर है।
जिसके बाद भारी संख्या में डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंच गयी और उनके बेटे की जमकर पिटाई कर दी। अपने आंखों के सामने वह अपने बेटे को पीटता हुआ देख उनसे छोड़ने की विनती करने लगी लेकिन उन लोगों ने उनकी एक ना सुनी और खींचकर उसे हॉस्टल में ले गये और वहां भी उनके बेटे को जमकर पीटा गया। बेटे की पिटाई होता देख वह अस्पताल में दौड़ती रही लोगों से मदद मांगती रही। बेटे को बचाने की गुहार लगाती रही लेकिन सभी ने उसकी बातों को अनसुना कर दिया किसी ने उसकी मदद नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि उनका बेटा कोलकाता में रहता है और वह मुंबई में रहती है। क्रिसमस का पर्व मनाने के लिए वह बिहार आई है। बहन का पोता होने की खबर मिलते ही वह बच्चे और उसकी मां से मिलने पीएमसीएच पहुंची थी लेकिन उसे पता नहीं था कि पीएमसीएच में उनके बेटे को लोग इस कदर पीटेंगे। मेरे साथ दुव्यर्वहार होता देख मेरे बेटे को रहा नहीं गया उसे यह भी पता नहीं था कि जिसे उसने थप्पड़ मारा वह डॉक्टर है।
अपने बेटे को माफ किए जाने की विनती वह करती रही लेकिन किसी ने उसकी बातें नहीं सुनी। जिसके बाद वह अधीक्षक के चैम्बर में भी गयी लेकिन वहां वे नहीं मिले। फिर भागते हुए प्रिंसिपल के पास भी गयी वे भी अपने चैंबर में नहीं थे। अस्पताल में तैनात सिक्युरिटी गार्ड ने भी उनकी मदद नहीं की और ना ही पुलिस की ओर से ही उनकी मदद की गयी। पीएमसीएच में हुई मारपीट की घटना को लेकर स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.