DELHI : लैंड फॉर जॉब मामले में आज दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है। इस सुनवाई के दौरान राजद सुप्रीमों लालू यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तरफ से उनके वकील अपना पक्ष रखेंगे। इस दौरान वे केस से नाम हटाने की मांग कर सकते हैं। लालू-तेजस्वी के पक्ष सुनने के बाद सीबीआई के वकील की तरफ से दलीलें पेश की जाएंगे। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट लैंड फॉर जॉब्स मामले में चार्ज फ्रेम करेगा।
दरअसल,पिछली सुनवाई में लालू परिवार को कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी। कोर्ट ने लालू, तेजस्वी, राबड़ी देवी को 50 हजार के मुचलके पर नियमित जमानत दी थी। तब CBI ने जमानत का विरोध किया था। सीबीआई ने कहा था कि सभी आरोपी बड़े पद पर हैं। ये केस को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, कोर्ट ने कहा था कि- हमें ऐसा कुछ नहीं लगता। इस दौरान सुनवाई में लालू, राबड़ी और तेजस्वी के साथ मीसा भारती भी कोर्ट पहुंची थीं।
मालूम हो कि, इस मामल में 22 सितंबर को कोर्ट ने मंजूर की थी नई चार्जशीट दरअसल, 22 सितंबर को CBI की स्पेशल कोर्ट ने नई चार्जशीट को मंजूर करते हुए लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 17 आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया था। सभी को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा था। लैंड फॉर जॉब्स केस में कोर्ट ने तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर चार्जशीट भी कोर्ट ने मंजूर कर ली और कहा उनके खिलाफ भी केस चलेगा। CBI ने पहली बार बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया है।
आपको बताते चलें कि, लैंड फॉर जॉब्स मामले में सीबीआई ने नई चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की, जो पूरी तरह से नया केस है। पुराने केस में पहले ही राजद सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व CM राबड़ी देवी, बेटी और सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं। नए केस में तेजस्वी के साथ साथ लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया। CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।