KISHANGANJ: निर्मामाधीन पुल का एप्रोच पथ बनने के बाद परिचालन जल्द ही शुरू होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही यह पुल नदी की तेज धारा में बह गया. यह पुल 1.10 करोड़ रुपए की लागत से बना था. यह पुल किशनगंज जिले के गवालटोली में कंकई नदी के उपर बन रहा था. निर्मामाधीन पुल बहने से ग्रामीणों में आक्रोश है.
सरकार को नुकसान
बताया जा रहा है कि बाढ़ नियंत्रण विभाग की लापरवाही के कारण ही सरकार को नुकसान हुआ है. गवालटोली और पथरघट्टी हाट के बीच मरिया धार के मुहाने पर कच्ची सड़क कटने पर कंकई नदी की धारा मुड़ गई. जिसके बाद कई गांवों में बाढ़ का पानी भी घुस गया. लंबे समय के इंतजार के बाद यह पुल बन रहा था, लेकिन ग्रामीणों का यह सपना सकार होने से पहले ही पानी में बह गया.
6 माह से चल रहा काम
यह पुल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रहा था. एप्रोच पथ छोड़ बाकी का काम लगभग पूरा हो गया था. ग्रामीण एप्रोच जल्द बनाने की मांग भी कर रहे थे. इस पुल से बाइक सवार किसी तरह से आवागमन भी शुरू कर दिए थे, लेकिन नदी की तेज धारा में यह पुल बह गया. इस पुल की लंबाई 26 मीटर था. इसके निर्माण पर 1.10 करोड़ रुपए खर्च किया गया है. पुल बनाने का काम 6 माह से चल रहा था. पुल का जो हिस्सा बचा है वह झुक गया है. बता दें कि इससे पहले गोपालगंज में कई पुल का एप्रोच पथ भी बाढ़ के पानी में बह गया था. जिसके कारण नीतीश सरकार की जमकर फजीहत हुई थी.