खुद को छोटू की विधवा मानने वाले आरती की हुई शादी, जानिए.. किसे बनाया जीवन साथी

खुद को छोटू की विधवा मानने वाले आरती की हुई शादी, जानिए.. किसे बनाया जीवन साथी

ARARIYA : कुछ महीने पहले आरती-छोटू की प्रेम कहानी काफी सुर्ख़ियों में रही थी। इसको लेकर जगह - जगह आरती को न्याय दिलवाने को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। दरअसल, आरती के प्रेमी छोटू का इसी साल छह जुलाई को आरती के घर में करंट लगाकर हत्या कर दी गई थी।जिसके बाद इससे नाराज आरती ने अपने प्रेमी के शव के साथ यह संकल्प लिए उसके घर चली आई की अब वो अपना जीवन बसर छोटू के घर ही करेगी। इस दौरान आरती बीमार भी पड़ गई, जिसके बाद इसका इलाज छोटू के पिता द्वारा करवाया गया। लेकिन,अब जाकर छोटू के घर वाले ने आरती की शादी भी करवा दी है। 


दरअसल, बीते रात छोटू के पिता उमेश यादव ने अपने छोटे बेटे मनु से आरती की शादी करवाकर उसे सात जन्मों का सहारा भी दिलवाया। ग्रामीणों की उपस्थिति में मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ दोनों की शादी करवाई गई। बताया जाता है कि, आरती और छोटू साथ जीने-मरने की कसमें खाते थे। लेकिन, छोटू और आरती के बीच की प्रेम कहानी लड़की के घरवालों को रास नहीं आई और आरती का आरोप है कि उसके स्वजनों ने ही उसकी हत्या कर दी।


इसके बाद आरती ने इसको लेकर अपने घर वालों के ऊपर ही मुकदमा दर्ज करवाया है। आरती ने अपने पिता, भाई, भाभी, जीजा सहित अन्य लोगों के विरुद्ध मुकदमा कर्ज करवाया है। जिसके बाद पुलिस द्वारा आरती के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। 


गौरतलब हो कि, छोटू के हत्या के बाद आरती उसी के घर पर रह रही थी। आरती इस बात पर अडिग थी कि अपने घर वापस नहीं लौटेगी। भले ही उसे छोटू की विधवा के रूप में ही रहना पड़े। हालांकि, इस मामले में ग्रामीणों द्वारा छोटू के पिता से यह सवाल किया जाने लगा कि आखिरकार वह किस हैसियत से कुंवारी लड़की को अपने घर पर रख रहे हैं। इसके बाद उमेश ने अपने छोटे पुत्र मनु से आरती की शादी कराने का निर्णय लिया। आरती ने पहले तो मना किया लेकिन पिता समान ससुर के मनाने पर वह मान गई। जिसके बाद मनु ने आरती के साथ शादी की और सात जन्मों का वादा किया।