DESK: हर वर्ष खारमास साल में दो बार आता है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जब सूर्य मीन या धनु राशि में जाते हैं, तो इस राशि परिवर्तन के कारण खरमास शुरू होता है। हिन्दू धर्म में खरमास को अशुभ माना जाता है। इसी कारण खरमास के दौरान शादी, विवाह या किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। इस वर्ष खरमास 15 मार्च से शुरू होने वाला है। सूर्य 15 मार्च को सुबह 6.34 में मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल को दोपहर 2.57 तक मीन राशि में विराज रहेंगे। इस बीच हिन्दू धर्म में सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
दरअसल, खरमास के कारण करीब एक महीने तक किसी प्रकार का शुभ कार्य हिन्दू धर्म में नहीं किया जाएगा। वहीं 30 अप्रैल से बृहस्पति के पूर्व दिशा में उदित होने के बाद शादी, विवाह और हर प्रकार की शुभ कार्य शुरू हो जाएगी। बता दें कि मई और जून के महीने में शादी के लिए कई शुभ मुहर्त हैं।
मई के महीने में मांगलिक कार्य के लिए 14 दिन शुभ है। जो कि 4, 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 और 30 मई हैं। वहीं जून के महीनें में मांगलिक कार्य के लिए 11 दिन शुभ है, जो कि 1, 3, 5, 6, 7, 11, 12, 23, 24, 26 और 27 जून है। पुरोहितों की मानें तो ये दोनों महीने लग्न के लिए शुभ हैं। जिसमें शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।