SUPAUL : बिहार में किसान खाद के लिए परेशान हैं. खाद की कमी का मामला संसद में भी उठा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी खाद की कमी को माना था. आज उन्होंने इसको लेकर समीक्षा बैठक भी की. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि बिहार में खाद की आपूर्ति बढ़ाई जा रही है. पर अभी ताजा हालात ये है कि बिहार के सुपौल में खाद की किल्लत से किसानों में जबरदस्त आक्रोश है.
गुरुवार को त्रिवेणीगंज के किसानों ने एनएच-327 को लालपट्टी गांव के पास जाम कर दिया. सभी खाद नहीं मिलने से नाराज थे. सड़क पर आगजनी कर और कटीले तार लगाकर किसान सरकार और प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रहे हैं. इसके पहले भी कई बार सड़क जाम और हंगामा कर चुके हैं. किसानों का कहना है कि खाद के लिए आवंटित दुकानों से खाद नहीं मिल रही है. वहीं बाजारों में डीएपी (DAP) काफी महंगे दामों पर उपलब्ध है जिसे लेने में किसान असमर्थ हैं.
गुरुवार को लालपट्टी के पास सड़क जाम करने वाले किसानों ने बताया कि वो रात के दस बजे से अंजलि फर्टिलाइजर के पास लाइन में लगे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही है. वो दो दिनों से बिना खाद के लौट रहे हैं. किसानों ने ये भी आरोप लगाया कि इलाके में खाद की कालाबाजारी हो रही है. इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
इस मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने कहा कि खाद की कोई कमी नहीं है. किसानों को लाइन में लगकर खाद लेने की जरूरत है. खाद की कमी को लेकर एक माहौल बना दिया गया है. जबकि हर जगह खाद जरूरत के हिसाब से उपलब्ध है.