PATNA: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नवादा के हिसुआ में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सासाराम और नालंदा हिंसा को लेकर वे नीतीश सरकार पर जमकर बरसे। कहा कि बिहार में फिर से जंगलराज लौट आया है। नीतीश कुमार से राज्य संभल नहीं रहा है। वही अमित शाह के इस बयान पर जेडीयू ने पलटवार किया है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जेडीयू ने अमित शाह का पोल खोला। कहा कि अमित शाह बिहार की छवि को बदनाम कर रहे हैं।
अमित शाह ने नवादा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हिंसा के कारण सासाराम में लोग मारे जा रहे हैं। अमित शाह के इस बयान को लेकर जेडीयू ने केंद्रीय गृह मंत्री से यह सवाल किया है कि वे बताएं कि सासाराम में कौन मारा गया है? इस तरह का गलत बयानबाजी देश के गृह मंत्री को शोभा नहीं देता। अमित शाह झूठ बोल रहे हैं कि सासाराम में हिंसा की घटना में कोई मारा गया है। ये लोग लाश पर भी राजनीति करते हैं।
वही बिहार की वर्तमान हालात को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से फोन पर बातचीत की। इसे लेकर जेडीयू ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री को दरकिनार कर राज्यपाल से बात की। जेडीयू ने अमित शाह से सवाल किया कि आपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करना उचित क्यों नहीं समझा? पश्चिम बंगाल में भी आपने यही काम किया था। बिना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात किये ही राज्यपाल से बातचीत की। पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर स्थिति से अवगत होना चाहिए था। लेकिन अमित शाह ने मुख्यमंत्री से बात करना मुनासिब नहीं समझा।
जेडीयू ने कहा कि नवादा में जनसभा को संबोधित करने के दौरान अमित शाह ने सीपी सिंह तक को नमन नहीं किया और ना ही श्री बाबू का ही नाम लिया। उनके जन्म स्थान पर जाकर भी नमन नहीं किया। जेडीयू ने श्री बाबू को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। कहा कि यदि यह सम्मान नहीं दिया जाता है तो 2024 में जनता वोट के माध्यम से बीजेपी को सबक़ सिखाएंगी। जब मोदी और शाह का देश की राजनीति ने जन्म नहीं हुआ था तब से नीतीश कुमार विकास का काम कर रहें हैं। जेडीयू के लोग ईडी, सीबीआई और आईटी से डरने वाले लोग नहीं हैं।
जेडीयू ने कहा कि राजौली में ताप घर बनने वाली योजना को पीएम के कार्यालय ने बनने से मना कर दिया था। राजौली में परमाणु संयंत्र चालू करने की बात अमित शाह ने झूठ कहा। ग्राम खादी और चरखा कि योजना में कई गड़बड़ियां हुई है। केंद्रीय मंत्री के कहने पर इस योजना का शुभारंभ हुआ था। गिरिराज सिंह इसके मंत्री थे। पीएम मोदी ने इस प्रोजेक्ट का झूठा मार्केटिंग किया। पीएम मन की बात में इस प्रोजेक्ट को लेकर झूठ बोले थे। मन की बात में पीएम मोदी सबको ठगने का काम करते हैं।