मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईडी की कस्टडी से रविवार को अपना पहला आदेश जारी किया है। सीएम ने जल मंत्रालय को लेकर नोट के जरिये आदेश जारी किया है। केजरीवाल के आदेश के बाद जल मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। आतिशी ने सीएम के इस नोट का जिक्र किया। वहीं, जेल से आदेश जारी किए जाने को लेकर अब जदयू नेता और सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
जदयू सांसद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि- लोकतंत्र के 'स्वयंभू रक्षक', भ्रष्टाचार के आरोपी नैतिकता की सारी हदें पार कर देश में नया इतिहास रचते हुए जेल से ही मुख्यमंत्री पद का दायित्व निभा रहे हैं। वाह रे लोकतंत्र के रक्षक, जिसने संत अन्ना हजारे जी के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से भ्रष्टाचार के आरोप में तिहाड़ जेल तक की यात्रा पूरी की, उनके शब्दकोश में यही लोकतंत्र है, यही नैतिकता है! देश को ईश्वर बचाए ऐसे लोकतंत्र के रक्षकों से।
दरअसल, दिल्ली शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के द्वारा गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का 'जेल से चलेगी सरकार' मोड शुरू हो चुका है। अरविंद केजरीवाल ने ईडी की हिरासत में रहते हुए अपना पहला आदेश जारी किया है, जो जल मंत्रालय से जुड़ा हुआ है। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को ऑर्डर का नोटिस भेजा गया है।
उधर, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड पर अपना फैसला सुनाया था। कोर्ट ने ईडी को 28 मार्च तक के लिए अरविंद केजरीवाल की रिमांड दी है। कोर्ट के अंदर आज तक से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा था कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा और अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा। उन्होंने कहा कि अंदर हो या बाहर... सरकार वहीं से चलेगी। केजरीवाल ने कहा, 'मुझे यकीन है कि हमें दिक्कतें आएंगी लेकिन हम इसी से काम करने की कोशिश करेंगे. दिल्ली की जनता यही चाहती है।