PATNA : देश के कई हिस्सों मे करवा चौथ का चांद दिख चुका है. चांद दिखने के साथ ही महिलाएं करवा चौथ का व्रत भी अब खोल रही हैं. बिहार के पटना और नालंदा समेत कई शहरों में महिलाओं ने चांद देखकर अपना व्रत खोला है. सुहागिनों ने अर्घ्य देकर करवा चौथ का का खोला व्रत खोला. महिलाओं ने निर्जला उपवास रहकर शाम में पति की लंबी उम्र की कामना ईश्वर से की.
बिहार के कई शहरों में पर्व को लेकर दिनभर बाजारों में काफी चहल-पहली दिखी. ज्योतिष के जानकार पं. मोहन कुमार दत्त मिश्र और सोहसराय हनुमान मंदिर के पुजारी पं. सुरेन्द्र कुमार दत्त मिश्र बताते हैं कि करवाचौध सुहागिन महिलाओं का महानपर्व है. कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी को यह पर्व मनाया जाता है. वैसे तो ईश्वर की आराधना से सदा सब कार्य सिद्ध होते हैं. लेकिन, इस बार करवाचौथ पर विशेष संयोग बना है. यह काफी शुभ फलदायक है. करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाएं दिनभर उपवास रहकर सूर्य अस्त होने के बाद चन्द्रमा की पूजा कर व्रत को तोड़ती हैं. सर्वप्रथम इस व्रत का वर्णन ‘वामन पुराण’ में मिलता है.
आपको बता दें कि करवा चौथ के दिन सूर्योदय के साथ ही व्रत का संकल्प लिया जाता है और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है. इसके बाद ही महिलाएं कुछ ग्रहण करती हैं. करवा चौथ के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना करती है. इस दिन भगवान गणेश, गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है. चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का कारक माना जाता है. इसलिए चंद्रमा की पूजा करके महिलाएं वैवाहिक जीवन मैं सुख शांति और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं.
करवाचौथ को लेकर बुधवार को शहर के फल मंडियों में खरीदारों की काफी भीड़ दिखी. नालंदा जिले के पुलपर, भरावपर, अम्बेर मोड़, रामचन्द्रपुर रोड, भैंसासुर, सोहसराय की मंडियों में खासकर महिला खरीदारों की संख्या अधिक दिखी. व्रत को लेकर फलों के दाम भी बढ़े हुए थे.