PATNA : देश के कई राज्यों में कोरोना की वापसी और बिहार में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार और प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि किसी भी भीड़ भाड़ वाली जगह में जाने से परहेज करें. आज कार्तिक पूर्णिमा है और कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रशासन पहले से ही सजग था लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई, लेकिन बावजूद इसके पटना के गंगा घाटों पर लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली है.
पटना का कोई भी ऐसा गंगा घाट नहीं है जहां सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु स्नान नहीं कर रहे हैं. सुबह से ही गंगा घाटों पर लोगों की भीड़ देखी गई. हालांकि प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि वह भीड़भाड़ से बचें और मास्क जरूर लगाएं. गंगा घाटों तक लोगों की भीड़ न पहुंचे इसके लिए वाहनों के परिचालन पर रोक लगाई गई थी. अशोक राजपथ से गंगा घाटों तक पहुंचने के लिए वाहनों का परिचालन बंद रखा गया था, लेकिन बावजूद इसके लोग गंगा घाट तक पहुंचे और स्नान करते नजर आए हैं.
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर कोरोना के लेकर बेफिक्री का आलम हर गंगा घाटों पर देखने को मिला है. हालांकि प्रशासन ने गंगा नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा रखी है. दीघा पूल गेट नंबर 93, बांस घाट, कलेक्टर घाट, महेंद्रु घाट, काली घाट, गांधी घाट पर प्रशासन की तरफ से कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां से लगातार लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने का निर्देश दिया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद आस्था के जल सैलाब के सामने सारी गाइडलाइन फेल नजर आई है.