HAJIPUR: जिस ज़िले से तेजस्वी यादव खुद विधायक हैं, उस ज़िले में एमएलसी चुनाव में राजद का उम्मीदवार चुनाव हार गया. बात वैशाली ज़िले की हो रही है, जहां स्थानीय निकाय कोटे से हुए एमएलसी चुनाव में राजद के सुबोध राय हार गये. ये तब हुआ जब सुबोध राय सीटिंग विधान पार्षद थे. अब जो बात सामने आ रही है उसके मुताबिक़ तेजस्वी के ख़ास माने जाने वाले विधायक ने ही उनकी इज़्ज़त डूबो दिया.
विधायक ने रची अपने उम्मीदवार के हार की साज़िश
ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि विधान परिषद चुनाव में हारने वाले राजद के उम्मीदवार सुबोध राय खुद कह रहे हैं. सुबोध राय ने हार के बाद मीडिया से बात की. सुबोध राय बोले- मैं हारा नहीं बल्कि हरवाया गया हूँ. मेरी ही पार्टी के विधायक मुकेश रौशन ने मेरे ख़िलाफ़ साज़िश रची. मुकेश रौशन ने जमकर मेरे ख़िलाफ़ काम किया.
सुबोध राय ने कहा कि विधान परिषद के इस चुनाव को वैशाली में कृष्णौट बनाम मजरौट बना दिया गया. मजरौट लोगों ने मुझे धोखा दे दिया. उन लोगों ने मुझे वोट ही नहीं दिया. मैं इसी कारण चुनाव हार गया. विधायक मुकेश रौशन ने मजरौट होने के नाते मेरा विरोध किया और एनडीए उम्मीदवार की मदद की. ग़ौरतलब है कि कृष्णौट और मजरौट यादव जाति की उप जातियाँ है.
कौन हैं मुकेश रौशन
मुकेश रौशन आरजेडी के विधायक है. वे उस सीट से विधायक हैं, जहां से पहले लालू राबडी के बड़े बेटे तेजप्रताप विधायक हुआ करते थे. मुकेश रौशन तेजस्वी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते है. उन्हें अक्सर तेजस्वी यादव के इर्द गिर्द देखा जीची है. लेकिन सुबोध राय खुलकर कह रहे हैं कि मजरौट उपजाति के नाम पर उन्होंने एनडीए के भूषण राय का साथ दिया और राजद को हराने की साजिश रची. इस आरोप में कितनी हक़ीक़त है ये हम नहीं बता सकते लेकिन वैशाली में एमएलसी चुनाव में यादव वोटों में बंटवारा हुआ. ये वो ज़िला है जहां के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से खुद तेजस्वी विधायक हैं. वहाँ से राजद का सीटिंग एमएलसी हार जाये तो तेजस्वी की साख पर बट्टा ज़रूर लगा है.