PATNA : होली की शाम राजधानी पटना में जेडीयू के युवा नेता कन्हैया कौशिक की हत्या करने वाले कुछ को अब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है. कन्हैया हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों में से पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी कुश अभी भी गिरफ्त से बाहर है. उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. उसकी तलाश में पटना के बिहटा इलाके से लेकर गया और नालंदा के कई ठिकानों में छापेमारी की गई है.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गया में उसके मोबाइल का लेटेस्ट लोकेशन मिला था, जहां उसने अपने मोबाइल फोन को स्विच ऑफ कर दिया. मंगलवार की रात उसने अपने परिवार वालों से संपर्क किया था लेकिन उसके बाद उसका कोई पता ठिकाना नहीं है. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके परिवार पर भी दबाव बनाया है. पुलिस उसके पिता से भी पूछताछ कर रही है जो एक रिटायर्ड एएसआई हैं.
कन्हैया कौशिक की हत्या के बाद लगातार यह कहा गया था कि पोस्टर में नाम नहीं होने की वजह से पैदा हुए विवाद में उसे गोली मार दी गई, लेकिन अब जो हकीकत सामने आ रही है उसके मुताबिक मामला पैसों की वसूली से जुड़ा हुआ है. कुश ने कन्हैया के साथ ही चंदन से 15 लाख रुपए लिए थे. बताया जा रहा है कि कुश नौकरी के नाम पर लड़कों से पैसे लेता था. कुश जब चंदन की नौकरी नहीं लगा सका तो उसने अपने पैसे वापस मांगने शुरू किए. इसी विवाद को लेकर कन्हैया ने मध्यस्थता की थी और माना जा रहा है कि 15 लाख की वसूली को लेकर कुछ और कन्हैया के बीच जो विवाद पैदा हुआ उसी में उसकी हत्या कर दी गई.