KAIMUR : बिहार सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कह रही है. कैबिनेट में यह फैसला लिया गया कि घूसखोरों को पकड़वाने वालों को 50 हजार रुपये का इनाम दिया जायेगा. इन तमाम प्रयोगों के बावजूद भी घूसखोर अफसर मानने को तैयार नहीं है. ताजा मामला सूबे के कैमूर जिले का है. जहां पुलिस ने एक सरकारी कर्मी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जो अनुकंपा पर नौकरी और पेंशन दिलवाने के नाम पर 50 हजार रुपये घूस लिया था.
घूसखोर व्यक्ति अमरनाथ, लोक स्वास्थ्य अभियंत्र विभाग का कर्मी है. जो बक्सर जिले के मुरार गांव का निवासी है. नौकरी दिलाने के नाम पर अधौरा के भड़ेहरा गांव की पीड़िता गुलटिया कुंअर से 2.30 लाख रुपयों में सौदा तय किया था. गुलटिया ने अमरनाथ को 50 हजार रुपए दी थी. उसने हिम्मत जुटाकर एसपी से शिकायत की. एसपी ने बिना देर किए पुलिस टीम को भेजकर भारतीय स्टेट बैंक की भभुआ शाखा से गिरफ्तार करा लिया.
पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर संजीव मुरमुर और हेमंत कुमार सिंह को तत्काल स्टेट बैंक में भेजा था. पुलिस टीम ने 50 हजार रुपयों के साथ अमर को गिरफ्तार किया और उसे लेकर नगर थाना पहुंचे. एसपी के निर्देश पर अमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
पीड़िता ने बताया कि उसके पति जगदीश सिंह की मृत्यु 30 नवंबर 2017 को हो गई थी. वह लोक स्वास्थ्य प्रमंडल की यांत्रिक इकाई सासाराम में काम करते थे. पति की मृत्यु के बाद वह सासाराम आफिस में गई, जहां अमरनाथ से मुलाकात हुई. अमर ने अनुकंपा पर नौकरी और पेंशन दिलवाने के लिए 2.30 लाख रुपए में बात तय की थी. शनिवार को उसने उससे 50 हजार रुपया लिया और बोला कि सब काम करा देंगे. शनिवार को अमर ने गुलटिया को बैंक से पैसा निकालने के लिए बुलाया था.