MUNGER: मुंगेर के धरहरा जंगल से गुजर रहे दो बच्चों की नजर भालू के दो नवजात बच्चे पर गयी। दोनों ठंड से इस कदर ठिठुर रहे थे कि बच्चों को रहा नहीं गया। उन्होंने तुरंत भालू के बच्चों को गोद में उठा लिया और घर लेकर चले गये।
गोद में लेने के बाद भालू का बच्चा उनके शरीर में जाकर सट गया जो उतरने का नाम नहीं ले रहा था। ठंड इतनी थी कि बच्चों को लगा कि कही ठंड से दोनों नवजात बच्चों की मौत ना हो जाए। ऐसा सोच दोनों बच्चे भालू को लेकर घर चले गये। इस बात की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी।
किसी तरह इसकी जानकारी जब वन विभाग की टीम को मिली तो उनके होश उड़ गये। आनन-फानन में वे बच्चों के घर पर पहुंचे जहां पहले से ही लोगों का हुजूम लगा हुआ था। गोरिया गांव के रहने वाले अजय कोड़ा के बेटे भी वहां मौजूद थे। दोनों ने नवजात भालू के बच्चे को वन विभाग की टीम को सौंप दिया।
बच्चों ने बताया कि ठंड से ठिठुर रहे भालू के बच्चे को वह घर लेकर पहुंचा था। जिसे घर में सुरक्षित रखा जिसके बाद अजय कोड़ा ने इसकी सूचना गांव वालों को दी और वन विभाग को भी इसकी जानकारी दी गयी। अब दोनों नवजात भालू के बच्चे को लेकर वन विभाग की टीम रवाना हो गयी है।