PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कोरोना को मात दे दी है. मांझी शनिवार को पटना एम्स से अपने आवास पहुंच गए. घर लौटे ही मांझी ने बिहार के लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने एम्स के डॉक्टरों का भी आभार व्यक्त किया.
कोरोना को हराकर घर लौटे जीतन राम मांझी ने कहा कि "एम्स के डॉक्टरों ने जिस तरह से मेरा इलाज किया, मुझे ऐसा कभी भी नहीं लगा कि मैं बीमार हूँ. डॉक्टरों ने बहुत ही अच्छा काम किया. मैं ठीक होकर आया हूं, बिहार के लोगों को नए साल की शुभकामनायें देते हैं." अपने परिवार को लेकर बड़ा बयान देते हुए मांझी ने कहा कि "मैं बहुत पहले ही अपने परिवार को बोल चुका हूँ कि हमलोगों का लाइफ अब क्या है. हम रहें या नहीं रहें, परिवार के सदस्य इसकी चिंता करें. तुमलोग अपना काम। करना, यही शिक्षा मैं आज भी देता हूँ. ये बात पहले भी बोले हैं और बोलते रहेंगे. क्योंकि ये शरीर नस्वर है. आज नहीं तो कल जाना ही जाना है. इसलिए ज्यादा चिंता न करें."
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 14 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी. उन्होंने लिखा था कि "पिछले एक सप्ताह में जो लोग मेरे संपर्क में आएं हैं अथवा मैं उनसे मिला हूँ उनसे आग्रह है कि वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें." उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि "एम्स मेडिकल टीम का मानना है कि अब मेरे शरीर में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, जिसके उपरांत मैंने पुनः कोरोना जाँच करवाया है कल रिपोर्ट मिल जाएगी. उम्मीद है 1-2 दिनों में मैं आप सबों के बीच रहूँगा. पटना AIIMS की पूरी टीम का आभार."
आपको बता दें कि पिछले दिनों मांझी ने अरुणाचल के मुद्दे पर बीजेपी को चेतावनी दी थी. जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "अरूणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति का तक़ाज़ा नहीं है. बीजेपी के नेतृत्व से अनुरोध है कि ऐसी गलती दोबारा ना हो पाए इसका ख़्याल रखें. नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम पार्टी मज़बूती से उनके साथ है." मांझी का यह अंदाज बता रहा है कि वह बीजेपी को या बता देना चाहते हैं कि वह नीतीश के बूते महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आए थे और नीतीश कुमार के लिए खड़े भी रहेंगे.