PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की तबीयत में सुधार हो रहा है. अपने स्वास्थ्य को लेकर उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि डॉक्टरों का मानना है कि अब उनके शरीर में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं. उन्होंने बताया कि जल्द ही वह लोगों के बीच होंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 14 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी. उन्होंने लिखा था कि "पिछले एक सप्ताह में जो लोग मेरे संपर्क में आएं हैं अथवा मैं उनसे मिला हूँ उनसे आग्रह है कि वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें." उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि "एम्स मेडिकल टीम का मानना है कि अब मेरे शरीर में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, जिसके उपरांत मैंने पुनः कोरोना जाँच करवाया है कल रिपोर्ट मिल जाएगी. उम्मीद है 1-2 दिनों में मैं आप सबों के बीच रहूँगा. पटना AIIMS की पूरी टीम का आभार."
आपको बता दें कि पिछले दिनों मांझी ने अरुणाचल के मुद्दे पर बीजेपी को चेतावनी दी थी. जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "अरूणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति का तक़ाज़ा नहीं है. बीजेपी के नेतृत्व से अनुरोध है कि ऐसी गलती दोबारा ना हो पाए इसका ख़्याल रखें. नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम पार्टी मज़बूती से उनके साथ है." मांझी का यह अंदाज बता रहा है कि वह बीजेपी को या बता देना चाहते हैं कि वह नीतीश के बूते महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आए थे और नीतीश कुमार के लिए खड़े भी रहेंगे.
इससे पहले मांझी जूनियर डॉक्टरों के साथ खड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से अनुरोध है कि कोरोना महामारी को देखते हुए राज्यहित में जूनियर डॉक्टरों की सभी मांगों को मानकर अविलंब उनकी हड़ताल को ख़त्म करवाएं. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का सीधा असर ग़रीबों पर पड़ रहा है. आपको बता दें कि बिहार में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल अभी भी जारी है. सरकार के साथ उनकी बात नहीं बन पा रही है.