ARA: झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों के साथ सुरक्षा बलों की हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे। एक जवान अमित कुमार झारखंड के पलामू जिले के रहने वाले थे जबकि दूसरा जवान भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर थाना क्षेत्र के रंडाडीह गांव के रहने वाले गौतन कुमार थे। शहादत की जानकारी जैसे ही शहीद के परिजनों को मिली गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
शहीद गौतम कुमार की नौकरी उनके पिता ज्वाला पासवान के निधन के बाद अनुकंपा के आधार पर हुई थी। साल 2015 में गौतम कुमार एसटीएफ में हवालदार के पद पर तैनात हुए थे। गौतम कुमार के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव रंडाडीह में मिली, परिजनों के साथ साथ पूरे गांव में कोहराम मच गया।
शहीद गौतम कुमार का पार्थिव शरीर रांची से उनके पैतृक गांव लाया जा रहा है। चार भाई और एक बहन में शहीद गौतम कुमार सबसे बडे थे। पिता के निधन के बाद पूरे परिवार की जिम्मेवारी गौतम कुमार पासवान के कंधों पर ही थी। घटना की सूचना मिलने के बाद उनकी विधवा मां और परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। शहीद की मां धर्मशीला देवी बेसुध हो गई हैं। शाहीद का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह गांव पहुंचने की संभावना है।