रिम्स में ब्लड के अभाव में नहीं हो रहा था इलाज, स्वास्थ्य मंत्री ने अपना खून देकर मरीज की बचाई जान

रिम्स में ब्लड के अभाव में नहीं हो रहा था इलाज, स्वास्थ्य मंत्री ने अपना खून देकर मरीज की बचाई जान

RANCHI: झारखंड के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में महिला मरीज का इलाज ब्लड के अभाव में नहीं हो पा रहा था. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने खुद अपना ब्लड देकर मरीज की जान बचाई. 

हॉस्पिटल का किया निरीक्षण

बन्ना गुप्ता रिम्स का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान ही एक बुजुर्ग ने कहा कि सर ब्लड के अभाव में इलाज नहीं हो रहा है. मैं खुद बुजुर्ग हूं. ऐसे में वह कैसे ब्लड दे सकता है और ब्लड मिल भी नहीं रहा है. जिसके बाद बन्ना गुप्ता ने खुद ब्लड डोनेट किया और जिसके बाद मरीज को जिस ग्रुप का ब्लड चाहिए था वह मिल गया. जिससे इलाज शुरू हो गया. मरीज के परिजन रामविनय शर्मा ने कहा कि कई लोगों से अपील भी की. लेकिन किसी ने मदद नहीं की. लेकिन उनकी बातों को सुन मंत्री साहब ने तुरंत ब्लड दे दिया. रामविनय पत्नी शीला देवी को इलाज कराने के लिए रिम्स में भर्ती कराया हैं.

मंत्री ने ब्लड डोनेट करने की अपील

रिम्स में मंत्री बन्ना गुप्ता ने लोगों से ब्लड डोनेट की अपील की, कहा कि ब्लड डोनेट कर आपलोग किसी की जिंदगी बचा सकते हैं. इसको लेकर सभी को आगे आना चाहिए. पैसे के अभाव में भी कुछ मरीजों का इलाज नहीं हो रहा था. बन्ना गुप्ता ने उनका पैसा मात्र करने का आदेश दिया. जिसके बाद उन मरीजों का भी इलाज शुरू हो गया. बता दें कि  बन्ना गुप्ता पिछले माह ही हेमंत सोरेन की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने हैं. वह जमशेदपुर पश्चिमी से कांग्रेस के विधायक हैं.