गया जी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रोड शो, डॉ. प्रेम कुमार के समर्थन में मांगा वोट Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025 : सवालों के घेरे में RJD कैंडिडेट लल्लू मुखिया ! ललन सिंह के रोड शो में जाना और JDU प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने पर युवक को दी गई तालिबानी सजा ...बेरहमी से की गई पिटाई Bihar Election 2025: बिहार में पोलिंग स्टाफ को मात्र इतने रुपए में मिलेगा मस्त भोजन; पूरी-सब्जी से लेकर सत्तू तक की व्यवस्था; देखिए.. रेट लिस्ट Bihar Election 2025: बिहार में पोलिंग स्टाफ को मात्र इतने रुपए में मिलेगा मस्त भोजन; पूरी-सब्जी से लेकर सत्तू तक की व्यवस्था; देखिए.. रेट लिस्ट
1st Bihar Published by: Updated Tue, 10 Nov 2020 09:52:56 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में तेजस्वी यादव को सत्ता से दूर रखने में अहम भूमिका अदा करने वाले ओवैसी ने सरकार गठन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ओवैसी ने साफ साफ शब्दों में नहीं कहा है कि वह बिहार में बनने वाली एनडीए सरकार के साथ जाएंगे या फिर विरोध में खड़े रहेंगे. लेकिन ओवैसी ने इतना जरूर कहा है कि बिहार में 5 साल तक उनकी पार्टी ने जो मेहनत की उसका नतीजा उन्हें पांच विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करके मिला है.
ओवैसी ने कहा है कि बिहार चुनाव के बाद वह बंगाल का भी रुख करेंगे. देश के किसी भी राज्य में अगर चुनाव होगा तो उनकी पार्टी वहां अपने संगठन को खड़ा करेगी और जनता ने चाहा तो उनके उम्मीदवारों को जीत भी मिलेगी. ओवैसी ने कहा है कि बिहार में उनको किसी ने गंभीरता से नहीं लिया. लेकिन उनकी पार्टी के लोग लगातार जमीनी स्तर पर काम करते रहे. ऐसी ने कहा कि उनकी पार्टी को ना केवल मुसलमान बल्कि दलितों का भी वोट सीमांचल में मिला है.
तेजस्वी यादव की हार में ओवैसी के साथ-साथ कांग्रेस का कमजोर कार्ड भी महत्वपूर्ण फैक्टर माना जा रहा है. कांग्रेस ने 70 सीट लेने के बावजूद जो प्रदर्शन किया वह बेहद निराशाजनक रहा. कांग्रेस ने पहले राष्ट्रीय जनता दल पर 70 विधानसभा सीटों पर दावेदारी के लिए दबाव बनाया और फिर बिना समीकरण को समझे हुए कई सीटों पर उम्मीदवार दिए जिसके कारण आरजेडी को भी नुकसान उठाना पड़ा. आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने 3 सीटों पर जीत हासिल कर ली है. जबकि 2 सीटों पर उनके उम्मीदवार अन्य प्रत्याशियों के मुकाबले काफी आगे चल रहे हैं.