PATNA: चुनावी मौसम में पूरे देश में पाला बदल का खेल चल रहा है. लेकिन बिहार में कुछ अलग ही खेल हुआ. जेडीयू ने एनडीए के ही घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा को ही तोड़ कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया. रमेश कुशवाहा अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ जेडीयू में शामिल हो गये. जेडीयू रमेश कुशवाहा की पत्नी को सिवान से लोकसभा चुनाव लड़ाने जा रही है.
जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में आज राज्यसभा सांसद संजय झा, मंत्री विजय चौधरी और अशोक चौधरी ने रमेश कुशवाहा औऱ उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी. रमेश कुशवाहा 2015 से 2020 तक जेडीयू के ही विधायक थे. वे पिछले साल उपेंद्र कुशवाहा के साथ चले गये थे. उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें अपनी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ही पाला बदल कर जेडीयू में शामिल हो गये.
हालांकि इस मौके पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में रमेश कुशवाहा के पाला बदलने पर सफाई भी दी गयी. रमेश कुशवाहा ने कहा कि वे एनडीए में ही आये हैं औऱ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए काम करेंगे. वहीं, मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि रमेश कुशवाहा आपसी सहमति से जेडीयू में आय़े हैं. गठबंधन में आपसी तालमेल से लोग एक जगह से दूसरे जगह जाते हैं. रमेश कुशवाहा को एनडीए गठबंधन की मजबूती के लिए जेडीयू में शामिल कराया गया है. इसमें उपेंद्र कुशवहा को कमजोर करने वाली कोई बात नहीं है.
जेडीयू सूत्रों के मुताबिक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी को सिवान से जेडीयू का उम्मीदवार बनाया जायेगा. वहां से अभी कविता सिंह सांसद हैं. लेकिन जेडीयू ने उनका टिकट काटना तय कर लिया है. महिला सांसद कविता सिंह का टिकट काट कर दूसरी महिला उम्मीदवार खड़ा करने की नीति के तहत रमेश कुशवाहा के बजाय उनकी पत्नी को टिकट देने का फैसला लिया गया है.