PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 साल के अंतराल के बाद बीते 2 महीने से जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री जनता दरबार कार्यक्रम कई मायनों में बदला हुआ है. जनता दरबार कार्यक्रम में शामिल होने वाले फरियादियों को लाने और ले जाने की व्यवस्था अब जिला प्रशासन के ऊपर है. इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी लागू की गई है. लेकिन इस सबके बावजूद बड़ी तादाद में हर हफ्ते ऐसे लोग मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम स्थल पर पहुंच जाते हैं, जो ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था को नहीं जानते. आज ऐसे ही लोगों का गुस्सा एक बार से जनता दरबार कार्यक्रम के बाहर फूटा.
जनता दरबार कार्यक्रम में फरियाद करने की नई व्यवस्था के खिलाफ लोगों ने आक्रोश जताया. कई लोग जो मुख्यमंत्री के सामने अपनी फरियाद लेकर पहुंचे और उन्हें ऑनलाइन आवेदन नहीं करने के कारण रोक दिया गया, उनका गुस्सा देखते बना.
हंगामा कर रहे लोगों का कहना है कि वह 2007 से जनता दरबार में मुख्यमंत्री के सामने अपनी फ़रियाद लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन आज व्यवस्था ऑनलाइन हो जाने की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. जनता दरबार में उनकी बातों को सुनने वाला कोई नहीं है.