PATNA : रविवार को बिहार के सभी जेलों में छापेमारी अभियान चलाया गया। हाजीपुर जेल में शूटआउट के बाद बिहार की जेलों की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल के बीच पुलिस प्रशासन ने एक साथ धावामार स्टाइल में जेलों पर छापा मारा । कई जगहों से आपत्तिजनक समान बरामद किया गया है। सीवान जेल में जहां केवल एक सिम मिला तो सीतामढ़ी जेल से पांच मोबाइल बरामद किया गया। सासाराम में डीएम पंकज दीक्षित के नेतृत्व में छापेमारी हुई तो मुंगेर में एसपी लिपि सिंह ने धावा बोला । हालांकि गृह विभाग की इस कार्रवाई में जेल में हथियार के 'खेल' में 'फेल' हुई पुलिस पर लगे 'दाग' को मिटाने की नाकाम कोशिश भर ही की गयी।
राजधानी पटना के बेउर केन्द्रीय कारा समेत फुलवारी,दानपुर और बाढ़ मंडल कारा में भी सघन छापेमारी की गयी। सेन्ट्रल जेल मोतिहारी में डीएम-एसपी ने जेलर की जमकर क्लास ली। जेल के अंदर फैले कुव्यवस्था पर वे भड़क गए तो इधऱ सासाराम में डीएम पंकज दीक्षित तथा रोहतास के एसपी सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया। जेल से कई आपत्तिजनक समान बरामद किए गए हैं। सीवान में डीएम सुश्री रंजीता के नेतृत्व में छापेमारी की गयी लेकिन एक सिम के सिवा कुछ न मिला।
इधर मुज़फ़्फ़रपुर में शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय जेल में डीएम आलोक रंजन और एसपी जयंतकांत समेत जिले का तमाम पुलिस अमला पहुंचा। जेल के अंदर वार्ड से लेकर सेल तक को खंगाला गया। छापेमारी में मोबाइल फोन, पान मसाले का पुड़िया, तंबाकू सहित मोबाइल चार्जर और मोबाइल की बैटरियां बरामद की गयी साथ में चाकू भी मिला।
नवादा डीएम कौशल कुमार ने बताया कि दो मोबाइल और 3 चार्जर समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद की गई है। वहीं सीतामढ़ी एसपी अनिल कुमार ने बताया कि जेल के अंदर से पांच मोबाइल फोन बरामद किया गया है। इधर मुंगेर की नई एसपी लिपि सिंह ने जेल में सघन छापेमारी की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
बता दें कि बिहार के हाजीपुर स्थित जेल में कुख्यात मनीष तेलिया की हत्या के बाद उठे सवालों के बीच बिहार सरकार के गृह (जेल) विभाग और पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है। हाजीपुर जेल के अंदर पिस्टल ले जाने की गुत्थी अब तक नही सुलझ पाई है। मनीष तेलिया की हत्या के मामले में 5 अफसरों को निलम्बित किया जा चुका है। पिछले 3 जनवरी को मनीष तेलिया की हाजीपुर जेल में दुश्मनी के कारण हत्या कर दी गई थी। जेल आईजी मिथलेश मिश्र ने मामले में जांच के लिए दो सदस्यीय कमिटी गठित कर दी है। कमिटी 72 घण्टे में जेल आईजी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।