इस नवरात्र बन रहा द्विपुष्कर- सिद्धि- सर्वार्थसिद्धि- राजयोग और अमृत योग, मिलेगा तीन गुना शुभ फल

इस नवरात्र बन रहा द्विपुष्कर- सिद्धि- सर्वार्थसिद्धि- राजयोग और अमृत योग,  मिलेगा तीन गुना शुभ फल

DESK : इस साल शारदीय नवरात्र 17अक्टूबर से शुरू हो रहा है. इस साल नवरात्र के मौके  पर राजयोग, द्विपुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थसिद्धि योग और अमृत योग जैसे संयोग बन रहे हैं, जो तीन गुना ज्यादा शुभकारी फल देते हैं.  

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार नवरात्र पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर सवार होकर विदा होंगी. इसे लकेर थोड़ा रोग के योग बन रहे हैं. 17 अक्टूबर को शारदीय नवरात्र का पहला दिन हैं.  सुबह 8 बजकर 16  मिनट से कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त बन रहा है, जो 10  बज  के 31 मिनट  तक रहेगा.ऐसे तो पूरे दिन कलश स्थापना के कई योग बन रहे हैं. पहले दिन घट स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. 

 तिथि एव मां का पूजन 

17 अक्टूबर       प्रतिपदा          घटस्थापना और शैलपुत्री पूजा

18 अक्टूबर        द्वितीया           मां ब्रह्मचारिणी पूजन

19 अक्टूबर         तृतीया           मां चंद्रघंटा पूजा

20 अक्टूबर         चतुर्थी            मां कुष्मांडा पूजन 

21 अक्टूबर         पंचमी            मां स्कंदमाता पूजन

22 अक्टुबर          षष्ठी              मां कात्यायनी पूजन

23 अक्टूबर         सप्तमी           मां कालरात्रि पूजन

24 अक्टूबर         अष्टमी            मां महागौरी पूजन

25 अक्टूबर         नवमी, दसवीं  मां सिद्धिदात्री पूजन एवं हवन