ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के इन B.Ed कॉलेजों में दाखिले पर प्रतिबंध? लिस्ट में कई बड़े नाम शामिल Bihar News: हत्या और लूट कांड के 3 कुख्यात आरोपी गिरफ्तार, हथियार और लूट की रकम बरामद Bihar Crime News: पटना में क्रिकेट खेलने के दौरान छात्र को मारी गोली, आरोपियों की तलाश जारी Bihar Crime News: संपत्ति के चक्कर में बेटी ने पति और प्रेमी संग मिलकर पिता को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार Vastu Shastra: घर की इस दिशा में लगाएं 7 घोड़ों की तस्वीर, बढ़ेगी धन संपदा और खुशहाली Bihar Railway: बिहार की इन ट्रेनों का बदलेगा रुट, कामाख्या एक्सप्रेस इतने दिनों तक कैंसिल Bihar Rain Alert: राज्य में मानसून ने फिर पकड़ी रफ़्तार, आज इन 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट हुआ जारी Sawan 2025: भगवान शिव की आराधना का पर्व शुरू, नवविवाहिताएं निभाएंगी मधुश्रावणी की परंपरा गुंडों ने राजा यादव को दी तालिबानी सजा, गर्म रॉड ऐसा घुसाया कि हाथ काटना पड़ा, BJP अध्यक्ष ने हॉस्पिटल में की मुलाकात बड़हरा में राजद का प्रचार रथ रवाना, हर घर तक पहुंचेगा 'माई बहिन योजना' का संदेश

इस बार शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर से, घोड़े पर सवार होकर आएंगी माता

1st Bihar Published by: Updated Fri, 02 Oct 2020 01:22:22 PM IST

इस बार शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर से,  घोड़े पर सवार होकर आएंगी माता

- फ़ोटो

DESK :  नवरात्रि का शुभ त्योहार इस वर्ष 17 अक्टूबर से शुरू होने वाला है. हिंदी पंचांग के अनुसार यूं तो भाद्रपद के बाद शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है लेकिन इस साल अधिकमास होने के कारण इसे एक महीने बाद मनाया जा रहा है.  

हिन्दू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत ही विशेष माना गया है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां के अलग अगल स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है. भक्त नवरात्रि का व्रत रखकर मां की उपासना करते हैं और उनकी विशेष कृपा पाते है. 

ऐसी मान्यता है कि हर साल नवरात्री पर मां का पृथ्वी पर आगमन एक विशेष सवारी पर होता है. कहा जाता है कि माता की सवारी आने वाले वक़्त यानि भविष्य को दर्शाता है. इस सवारी का एक विशेष संदेश और संकेत होता है. नवरात्रि में मां दुर्गा पालकी, नाव, हाथी या घोड़े की सवारी पर सवार होकर कैलाश पर्वत से पृथ्वी भ्रमण पर निकलती हैं. 

इस वर्ष शारदीय नवरात्रि पर मां अश्व पर सवार हो कर आ रही हैं. पंचांग के अनुसार 17 अक्टूबर को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. इस दिन चंद्रमा तुला राशि और सूर्य कन्या राशि में विराजमान रहने वाला है. ज्योतिष शास्त्र में घोड़ा तेज गति का सूचक माना गया है. घोड़े पर जब मां दुर्गा सवार होकर आती हैं तो ऐसा माना जाता कि यह राजनीति और सीमा पर उथल पुथल की तरफ संकेत करता है. मां व्यक्ति के आचरण के अनुसार शुभ अशुभ फल प्रदान करती हैं.