Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
1st Bihar Published by: Updated Thu, 16 Sep 2021 06:02:24 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है। जहां अवैध बालू खनन मामले में निलंबित IPS अधिकारी और भोजपुर के एसपी रहे राकेश कुमार दुबे के 4 ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी की। बिहार से लेकर झारखंड तक राकेश दुबे के ठिकानों को खंगाला गया। आर्थिक अपराध इकाई को बैंक अकाउंट में 26 लाख कैश के सबूत मिले हैं। साथ ही प्रॉपर्टी और सूद ब्याज में करोड़ों के निवेश का पता चला है। परिवार के नाम पर चल अचल संपत्ति बनाने की बात भी सामने आ रही है। वही पत्नी के नाम पर 12 लाख के निवेश की भी बात सामने आ रही है। छापेमारी के दौरान कुल 2 करोड़ 56 लाख की प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है।
आर्थिक अपराध इकाई ने आईपीएस राकेश कुमार दुबे के 4 ठिकानों पर छापेमारी की। बिहार के दो और झारखंड के दो ठिकानों को खंगाला गया। पटना के एसके पुरी थाना क्षेत्र के गांधी पथ स्थित आवास और पटना के ही अभियंता नगर जलालपुर में सुदामा पैलेस में ईओयू की टीम जांच-पड़ताल की गयी। वहीं दूसरी ओर दो टीम झारखंड के जसीडीह स्थित निलंबित एसपी के पैतृक गांव सिमरिया और जसीडीह के ही सचिन रेसीडेंसी होटल में भी छापेमारी की गयी।
अपने सेवा काल में पद का गलत उपयोग कर जमीन/फ्लैट/दुकान/भू-खण्ड आदि अर्जित किये जाने की बात सामने आ रही हैं । इओयू ने बताया कि इन्होंने परिजनों/मित्रों/व्यवसायिक सहभागियों एवं अन्य के माध्यम से मनी लाउड्रिंग कर काले धन को सफेद बनाने का भी प्रयास किया। उनके द्वारा पटना एवं देश के कई अन्य शहरों में रियल इस्टेट कम्पनियों में बड़ी मात्रा में निवेश किये जाने की सूचना मिली है।
मिली सूचना के अनुसार राकेश दुबे ने आई0पी0सी0 इन्फ्रास्ट्रक्चर, देवघर/रांची, कामिनी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा0 लि0 (निदेशक, जावेद खान), पाटलीपुत्रा बिल्डर्स (निदेशक, अनिल कुमार), ख्याति कन्सट्रक्शन, मैक्स ब्लिफ नोएडा, उत्तर प्रदेश (प्रोपराईटर, अजय शर्मा), बिल्ड काॅन एवं कई अन्य बिल्डर्स के साथ उनकी कम्पनियों में निवेश कर रखा है।
इनके द्वारा अवैध तरीके से कमाये हुए करोड़ों रूपये सूद (ब्याज) पर लगाये गये हैं । फुलवारीशरीफ में अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी के पद पर पदस्थापन के दौरान काफी जमीन की खरीद की भी सूचना है । राकेश दुबे की मां एवं बहन के नाम से भी कई चल और अचल परिसम्पत्तियों के होने की जानकारी मिली है। जिसका सत्यापन एवं अनुसंधान किया जा रहा है।
जसीडीह, देवघर, झारखण्ड में सचिन्द्र रेसिडेन्सी नामक होटल, सुखदानी रेस्टोरेंट एवं एक मैरेज हाॅल के निर्माण में राकेश दुबे की अवैध कमाई निवेशित है। राकेश दुबे के द्वारा अपना और पत्नी के नाम पर canara robeco, Mirae Asset, Nippon India, Franklin Templeton, SBI MF, L&T, MF, ICICI Prudential जैसे म्यूचुअल फंड में करीब 12 लाख रुपये निवेश किए गये हैं।
अपने सेवाकाल में तो सैलरी अकाउंट से आज तक राकेश दुबे ने कैश नहीं निकाले। ईओयू को करीब 2,55,49,691 रूपये से अधिक की परिसम्पत्तियां अर्जित किये जाने के साक्ष्य अबतक मिले हैं। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले है। जिसकी जांच की जा रही है।
EOU के ADG नैयर हसनैन खान के अनुसार, राकेश कुमार दुबे का संबंध झारखंड की आईपीसी इंफ्रास्ट्रक्चर, कामिनी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, पटना के पाटलिपुत्रा बिल्डर्स, उत्तर प्रदेश के ख्याति कंस्ट्रक्शन, मैक्स बिल्फ और बिल्ड कॉन के मालिकों के साथ है। इन कंपनियों में कैश इनवेस्ट किया गया। गुरुवार की पड़ताल के दौरान ख्याति कंस्ट्रक्शन में 25 लाख रुपए ट्रांसफर करने का सबूत मिला है। इन्होंने अवैध तरीके से करोड़ों रुपए ब्याज पर लगाए हैं। खुद के और पत्नी के नाम पर 12 लाख रुपया अलग-अलग कंपनियों के म्युचुअल फंड में इंवेस्ट किया है।
गौरतलब हो कि राकेश कुमार दुबे को बिहार पुलिस सेवा से आईपीएस में प्रमोशन होने के बाद पहली बार भोजपुर जिले का एसपी बनाया गया था। लेकिन इसके बाद उनको बालू माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया था और उनके खिलाफ वारंट भी जारी किया गया। भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश दुबे को बालू के अवैध धंधे से जुड़े होने के आरोप में निलंबित किया गया था।
आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार केस नंबर 17/21 अंडर सेक्शन 13(2)आर डब्ल्यू 13(1)(बी) पीसी एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है। भोजपुर के डीटीओ रहे एक अधिकारी के भी कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। इसके पहले आरा और पालीगंज के निलंबित एसडीपीओ, रोहतास, डेहरी के एसडीओ और एक मोटरयान निरीक्षक के ठिकाने पर छापेमारी की गई थी।
मालूम हो कि बालू के अवैध खनन मामले में जुलाई में 41 पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित किया गया था। इनमें राकेश दुबे पहले आइपीएस अधिकारी हैं जिनके ठिकानों पर ईओयू ने छापेमारी की। इनके साथ-साथ औरंगाबाद के एसपी सुधीर कुमार पोरिका पर भी कार्रवाई की गई थी। इनपर भी बालू माफिया से साठगांठ कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।औरंगाबाद के एसपी रहे सुधीर कुमार पोरिक भी इसी मामले में निलंबित किए जा चुके हैं। अभी उनकी संपत्ति की जांच चल रही है।