PATNA: 26 से अधिक विपक्षी दलों के नेता मुंबई में आज से शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक में शामिल होने जा रहे हैं। दो दिन पहले से ही विपक्ष के नेताओं का मुंबई पहुंचने का सिलसिला जारी है। बिहार से लालू प्रसाद और उनके डिप्टी सीएम बेटे तेजस्वी यादव पहले ही मुंबई लैंड कर चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आज दोपहर मुंबई के लिए कूच करेंगे। अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश I.N.D.I.A गठबंधन के संयोजक बनाए जाएंगे?
सीएम नीतीश कुमार के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य कई नेता भी आज यानी गुरुवार को ही मुंबई पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिन में 2 बजे सेवा विमान से मुंबई के लिए रवाना होंगे। उनके साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा भी मौजूद रहेंगे। इंडिया की तीसरी बैठक में 28 दलों के 63 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
बता दें कि एनडीए से अलग होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम शुरू की थी। इस मुहिम को पूरा करने के लिए नीतीश ने दिल्ली से लेकर विभिन्न राज्यों का दौरा कर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की और सभी को एकसाथ आने को कहा। इसके बाद पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक आयोजित की गई जिसमें राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता शामिल हुए थे।
पहली बैठक की सफलता के बाद बैंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक आयोजित की गई। 17 और 18 जुलाई को बैंगलुरु में हुई बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नामकरण हुआ था और NDA के खिलाफ I.N.D.I.A निकलकर सामने आया था। इस बैठके के बाद अब आज से मुंबई में I.N.D.I.A गठबंधन की तीसरी बैठक आयोजित हो रही है। पटना में हुई पहली पहली बैठक से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को I.N.D.I.A गठबंधन का संयोजक बनाए जाने की चर्चा है। पहली बैठक में संयोजक के नाम पर चर्चा नहीं हुई तो दूसरी बैठक में माना जा रहा था कि कन्वेनर के नाम की घोषणा की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब जब तीसरी बैठक होने जा रही है तो एक बार फिर संयोजक के लिए नीतीश के नाम की चर्चा जोरों पर हैं।
हालांकि पिछले दिनों I.N.D.I.A के कन्वेनर को लेकर मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कह दिया था कि उन्हें इसकी कोई लालसा नहीं है। नीतीश ने कहा था कि, ‘नहीं नहीं हमको कुछ नहीं बनना है.. हम तो आपको बराबर कह रहे हैं.. दूसरे लोगों को बनाया जाएगा.. हमारी कोई इच्छा नहीं है। सबको एकजुट करना चाहते हैं और सबलोग मिलकर करें.. हमको कुछ व्यक्तिगत नहीं चाहिए.. हम तो सबके हित में चाहते हैं.. हमलोग तो सबको एकजुट कर रहे हैं’।