PATNA: बिहार में अब मरीजों का लीवर ट्रांसप्लांट 5 लाख रुपये में किया जाएगा। पटना के IGIMS में यह सुविधा मरीजों को मिलेगी। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए आईजीआईएमएस को अनुदान देगी। अभी 10 लोगों का लीवर ट्रांसप्लांट किया जाएगा। प्राइवेट अस्पतालों में लीवर ट्रांसप्लांट को लेकर मरीजों को 40 से 60 लाख रुपये तक खर्च करने होते हैं। लेकिन जिस तरह से केंद्र और राज्य सरकार ने लीवर ट्रांसप्लांट को लेकर अनुदान देने की स्वीकृति दे दी हैं। अब लीवर ट्रांसप्लांट के लिए 5 लाख रुपये लगेंगे। इस बात की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक मनीष मंडल ने दी है।
आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने बताया कि पहले से ही लीवर ट्रांसप्लांट का काम संस्थान में हो रहा है लेकिन इसमें ज्यादा पैसे खर्च होते थे। जो मरीज यहां पहुंचते थे वो लीवर ट्रांसप्लांट कराने से कतराते थे। क्योंकि इतना रकम चुकाना गरीब मरीजों के बस की बात नहीं थी। मरीजों की इसी परेशानी को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखा गया था। सरकार ने इसे अपने संज्ञान में लिया जिसके बाद अनुदान देने का फैसला लिया गया।
IGIMS के अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि अब लीवर ट्रांसप्लांट के लिए सरकार की ओर से संस्थान को आर्थिक अनुदान दिया जाएगा। ऐसे में अब आईजीआईएमएस में सस्ते दर पर लीवर ट्रांसप्लांट कराना गरीब मरीजों के लिए संभव हो सकेगा। उनके लिए यह बड़ी राहत की बात है।
मनीष मंडल ने यह भी जानकारी दी है कि मरीजों की सुविधा के लिए IGIMS में अलग से OPD भी बनाया गया है। मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और उन्हें एक छत के नीचे सारी सुविधा मिले यह व्यवस्था की गई है। लीवर डोनर को तीन-तीन जांच से गुजरना होता है। इसलिए सारी सुविधाओं को एक छत के नीचे शुरू की गयी है।
गौरतलब है कि IGIMS में बीते 19 मार्च 2020 में पहला लीवर ट्रांसप्लांट किया गया था। लेकिन यह ट्रांसप्लांट सफल नहीं रहा और मरीज की मौत हो गई। नालंदा के रोहित का लीवर नोएडा के डॉक्टर निमेश चंद्रा को लगाया गया था। अब फिर से लिवर ट्रांसप्लांट को लेकर ओपीडी फिर से शुरू की गयी है। दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल के ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. सुभाष गुप्ता लिवर ट्रांसप्लांट का विधिवत शुरुआत करेंगे। शुरुआती दौर में 10 लोगों का लीवर ट्रांसप्लांट किया जाएगा।