‘हम श्रीराम की मर्यादा और अपनी सीमाओं की रक्षा करना जानते हैं’ रामलीला में बोले पीएम मोदी

‘हम श्रीराम की मर्यादा और अपनी सीमाओं की रक्षा करना जानते हैं’ रामलीला में बोले पीएम मोदी

DELHI: विजयादशमी के मौके पर दिल्ली के द्वारका सेक्टर 10 में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रावण का दहन किया। इससे पहले विजयादशमी समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम श्रीराम की मर्यादा और अपनी सीमाओं की रक्षा करना अच्छी तरह से जानते हैं।


पीएम मोदी ने कहा है कि आज के दिन भूमि की रक्षा के लिए शस्त्र पूजा की जाती है। यह आवेश पर धैर्य के विजय का पर्व है। हम श्रीराम की मर्यादा भी जानते हैं और अपनी सीमाओं की रक्षा करना भी जानते हैं। हम शक्ति पूजा का संकल्प भी जानते हैं. भारत की विजयादशमी भी इसी विचार का प्रतीक है। हमें श्रीराम के विचारों का भारत बनाना है।


उन्होंने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में बन रहा मंदिर सदियों की प्रतीक्षा के भारतीयों के विजय का प्रतीक है। राम मंदिर में भगवान राम के विराजमान के बस कुछ ही महीने बचे हैं। बस राम आने ही वाले हैं। उस हर्ष की परिकल्पना कीजिए जब उस मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा विराजेगी। हम गीता का ज्ञान भी जानते हैं और INS विक्रांत और तेजस का निर्माण भी जानते हैं।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कुछ सप्ताह पहले ही संसद की नई इमारत में प्रवेश किया है। संसद की ओर से नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पारित किया गया है। भारत आज विश्व की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी के साथ सबसे विश्वस्त डेमोक्रेसी के साथ उभर रहा है। इन सुखद क्षणों के बीच अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान भी होने जा रहे हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के भाग्या का उदय होने जा रहा है, लेकिन यही वो समय है जब भारत को पहले अधिक सतर्क रहना भी जरूरी है। हमें ध्यान रखना है कि रावण का दहन बस एक पुतले का दहन न हो बल्कि दहन उन शक्तियों का हो जो जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर मां भारती को बांटने का कोशिश करती हैं।