PATNA : हिंदुत्व और आतंकवाद के कनेक्शन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने जो बयान दिया था, वह बयान लगातार सियासी उबाल का कारण बना हुआ है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के बयान पर उनके विरोधी तो निशाना साध रहे हैं. अब बिहार में उनकी पार्टी के अंदर से ही इस पर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस नेता ललन कुमार ने सलमान खुर्शीद के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कांग्रेस आलाकमान से उनके खिलाफ एक्शन की मांग की है.
युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रह चुके ललन कुमार का कहना है कि सलमान खुर्शीद का बयान बेहद आपत्तिजनक है. सलमान खुर्शीद ने आतंकवाद को धार्मिक चश्मे से देखने का काम किया है, जिसे कतई कबूल नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस नेता के मुताबिक सलमान खुर्शीद को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद को किसी की धर्म या जात से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. देश के दो-दो पूर्व प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले का संबंध किसी एक धर्म से नहीं था. किसी भी जात और धर्म में आतंकवादी मानसिकता के लोग हो सकते हैं. ऐसे में सलमान खुर्शीद का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
कांग्रेस नेता ललन कुमार ने कहा कि इस मामले में पार्टी के आलाकमान को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए. पार्टी आलाकमान को यह तय करना चाहिए कि सलमान खुर्शीद के खिलाफ एक्शन हो.
आपको बता दें कि सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में एक चैप्टर 'द सैफ्रन स्काई' में लिखा है कि मौजूदा दौर में हिंदुत्व का राजनीतिक रूप, साधु-संतों के सनातन और प्राचीन हिंदू धर्म को किनारे लगा रहा है. वहीं खुर्शीद ने किताब में आगे लिखा कि हिंदू धर्म को किनारे लगाता यह हिंदुत्व का राजनीतिक रूप आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी संगठन जैसा ही है. ऐसे में इस पर काफी बवाल भी मचा हुआ है.
उन्होंने कहा कि हमारे सार्वजानिक जीवन में आदान-प्रदान की स्थिति बनी रहती है. वहीं उन्होंने अपनी किताब के एक चैप्टर 'द सैफ्रन स्काई' को लेकर होने वाले विवाद पर कहा कि जो Hinduism नहीं जानता है वो इस पर प्रतिक्रिया देगा, और जो जानता है वो इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देगा. ऐसे में जो हिंदू धर्म को, इस्लाम को नहीं जानता है उससे बहस भी क्या करना. रामराज्य पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक व्यापक विचार है. इस चैप्टर में हिंदू धर्म को लेकर बात की गयी है.
ऐसे में रामराज्य पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ हिन्दुओं तक सीमित नहीं है यह एक व्यापक विचार है. सलमान खुर्शीद ने आगे कहा कि जैसे रामराज्य है वैसे ही यदि आप इस्लाम में देखें तो उसमें निजाम-ए-मुस्तफा की बात है जोकि ठीक वैसी ही है. एक ही सोच है, एक ही रास्ता है. हम सिर्फ शब्दावली में ना घिर जाएं इसके लिए हम सच तक पहुंच सकें यह किताब इतनी मदद करे.