ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़ Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़

सूर्य ग्रहण के दौरान करें इन 3 मंत्रों का जाप, टल जाएगा हर संकट

1st Bihar Published by: Updated Sun, 21 Jun 2020 08:05:27 AM IST

सूर्य ग्रहण के दौरान करें इन 3 मंत्रों का जाप, टल जाएगा हर संकट

- फ़ोटो

DESK : आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है. यह ग्रहण सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 3 बजकर 4 मिनट तक रहेगा. यह ग्रहण मंगल के नक्षत्र में पड़ने वाला है. ज्योतिर्विदों के अनुसार, भारत समेत कई देशों पर इस सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पडने वाला है. देश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है ऐसे में पड़ने वाला ये ग्रहण लोगों की समस्या को और बढ़ा सकता है. इस वक्त छः ग्रह वक्री हैं. ज्योतिष की माने तो ग्रहण काल में कुछ विशेष काम कर के, ग्रहण के कारण जीवन पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को कम कर सकते हैं.   


आप कुछ विशेष मंत्रों का जाप कर आने वाले संकट को टाल सकते है. किसी भी ग्रहण में सुटक काल बेहद अहम होता है. इस दौरान सूर्य के मंत्रों का जाप कर सकते हैं.

ग्रहण काल में इन मंत्रों का जाप करें

1. “तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन। हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥१॥”

2.“विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत। दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥२॥”

3. "ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात"