DESK : राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के दो मुख्य आरोपियों और एक सहयोगी को दिल्ली क्राइम ब्रांच और चंडीगढ़ पुलिस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों शूटरों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के साथ उद्धम नाम के तीसरे शख्स को भी पुलिस ने चंडीगढ़ से पकड़ लिया है। इसके बाद अब जो सवाल पूछा जाना शुरू हुआ है वो ये है कि सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड की साजिश कैसे रची गई? अब इन सवालों का भी जवाब मिल गया है।
दरअसल, सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड की साजिश कैसे रची गई, इसे लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार, इस हत्याकांड का मेन मास्टरमाइंड विदेश में बैठा राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा है। रोहित ने सुखदेव की हत्या का टास्क और शूटर अरेंज करने की जिम्मेदारी अपने राइट हैंड मैन वीरेंद्र चरण को दी थी।
वहीं, इस गिरफ्तारी के बाद आरोपी नितिन फौजी ने कबूल किया कि राजस्थान के मोस्ट वांटेड और अत्याधुनिक हथियार डीलर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चरण द्वारा उसका इस्तेमाल किया गया था। उसने बताया कि 9 नवंबर को उसे फर्जी चोरी के मामले में घसीटा गया और जब हरियाणा पुलिस उसे पकड़ने गई तो उसने उन पर फायरिंग कर दी और फिर भाग निकला। इसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में उसका संपर्क गोदारा और चरण के सहयोगी रोनी राजपूत से हुआ। इन लोगों ने कहा कि अगर वह गोगामेड़ी को मारने में उसकी मदद करेगा तो वे कनाडा के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा की व्यवस्था कर देंगे।
उधर, इस मामले में आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक जो जानकारी आई है उसके अनुसार ये लोग सुखदेव सिंह की हत्या करने के बाद सबसे पहले ट्रेन से हिसार गए। उसके बाद उधम के साथ ये लोग बस से मनाली के लिए निकल गए।मनाली से मंडी और फिर चंडीगढ़ आ गए और यहां होटल में रुके। इसके बाद अब चंडीगढ़ में होटल से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मालूम हो कि, करणी सेना के संस्थापक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्ता रामवीर जाट की की थी। जयपुर के श्याम नगर थाना इलाके में बीते 5 दिसंबर को गोगामेड़ी समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें गोगामेड़ी और नवीन सिंह शेखावत की मौत हो गई थी।
आपको बताते चलें कि, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उन्हें काफी नजदीक से गोलियां मारी गई थी। उन्हें चार नहीं, बल्कि 9 गोलियां लगी थी। वहीं, नवीन सिंह शेखावत को सात गोलियां लगी थी। मामला गंभीर होने की वजह से पुलिस के आलाधिकारी भी सीधे तौर पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं।