घर से नाराज होकर निकली लड़की नशाखुरानी गिरोह का शिकार, आर्केस्ट्रा वाले को 3 बार बेचा, फिर क्या हुआ जानिए...

घर से नाराज होकर निकली लड़की नशाखुरानी गिरोह का शिकार, आर्केस्ट्रा वाले को 3 बार बेचा, फिर क्या हुआ जानिए...

MUZAFFARPUR : बिहार में आए दिन यह सुनने को मिलता है कि  नाबालिग लड़कियों का अपहरण कर उसे आर्केस्ट्रा संचालकों के हाथ बेच दिया जाता है या फिर उसे गलत धंधों में ढ़ेकल दिया जाता है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला भागलपुर से निकल कर सामने आया है। जहां एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे ऑर्केस्ट्रा संचालकों के हाथों बेच दिया गया। जहां उसके साथ बड़ा जुल्म ढ़ाया गया। 


दरअसल, भागलपुर से किडनैप इस लड़की के साथ पहले उसके  ऑर्केस्ट्रा संचालकों ने कुछ पैसों के खातिर पूर्णिया में बेच डाला। जहां कुछ दिन लड़कियों पर जुल्म ढाहने के बाद वापस से इस नाबालिग को मोतिहारी में बेच दिया गया। इतना ही नहीं इस नाबालिग को यहां से मुजफ्फरपुर में चंद हजार रुपयों के लिए बेचा गया। इस दौरान आर्केस्ट्रा संचालकों ने इसके साथ  यौन शोषण भी किया और मारपीट की भी घटना को अंजाम दिया। अब इस लड़की ने ताकत दिखाई और किसी तरह क्यूआरटी  टीम को फ़ोन किया जिसके बाद इस नाबालिग को  मुजफ्फरपुर के गन्नीपुरा मोहल्ले से बरामद किया गया।


वहीं, थाने पर लाने के बाद किशोरी ने जो आपबीती बताई वह रोंगटे खड़ी करने वाली है। इस नाबालिग ने पुलिस को बताया कि, वह भागलपुर के कहलगांव थाना इलाके की रहने वाली है। 6 महीने पहले परिवार वालों से किसी बात को लेकर बहस हो गई और गुस्से में आकर घर छोड़ कर निकल गई। इसके बाद वो रेलवे स्टेशन पहुंची और यहां बैठकर जब देर रात इस पर विचार करती रही है कि आखिर उसे क्या करना चाहिए  तभी किसी ने उसे पीछे से आकर बेहोश कर दिया और एक बंद कमरे में कैद कर दिया। उसके बाद इसे तीन बार बेचा गया। 


लड़की ने बताया कि, इस लड़की को सबसे पहले पूर्णिया का एक ऑर्केस्ट्रा संचालक के पास 30 हजार रुपये में बेचा गया। इसके बाद वहां से इसे भागलपुर लाया गया। इसके बाद पूर्णिया के ऑर्केस्ट्रा संचालक ने मोतिहारी के दूसरे ऑर्केस्ट्रा संचालक के हाथों उसे बेच दिया। इसके बाद ही इसे 15 दिन पहले मोतिहारी के ऑर्केस्ट्रा संचालक महेश प्रसाद ने उसे मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर में एक महिला के पास भेज दिया। यहां उसे बंधक बनाकर रखा गया। उसने हिम्मत जुटाकर डायल 112 पर कॉल किया और 15 मिनट में पुलिस गन्नीपुर में पहुंच गई। पुलिस को देख महिला मौके से फरार हो गई।


पीड़िता ने कहा कि, इस दौरान उसे इतना मारा-पीटा गया कि वह लाचार हो गई। यौन हिंसा की सारी हदें पार कर दी गईं। हर प्रोग्राम से पहले बता दिया जाता था कि पिस्टल लिए कई युवक आसपास खड़े हैं। मुंह खोलने की कोशिश करने पर गोली मार दी जाएगी। डर से शोर मचाने या भागने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता एनटीपीसी में काम करते हैं। उसने साइंस से इंटर किया है। 


काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस ने कहलगांव थाना से संपर्क किया। तब पता चला कि किशोरी के अपहरण की एफआईआर 3 दिसंबर 2022 को कहलगांव थाने में उसके पिता ने दर्ज कराई थी। एफआईआर से आगे कहलगांव पुलिस की कार्रवाई शिथिल रही। इधर, किशोरी ऑर्केस्ट्रा संचालकों के जंजाल में फंसी रही। गुस्से में की गई नादानी ने किशोरी की जिंदगी को तबाह कर दिया। काजी मोहम्मदपुर थानेदार दिगंबर कुमार ने बताया कि कहलगांव थाने की पुलिस को सूचना दे दी गई है। किशोरी को उसे सौंप दिया जाएगा। कहलगांव पुलिस किशोरी का 164 का बयान दर्ज कराएगी। उसमें दिए गए बयान के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।