DARBHANGA : बिहार के दरभंगा में एम्स अस्पताल का शिलान्यास अगले महीने होने वाला है। इस बात का एलान खुद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने किया है। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा एम्स का शिलान्यास अगले माह करेंगे। एम्स के लिए जमीन बिहार सरकार ने उपलब्ध करा दी है। यह जमीन नीची (लो लैंड) है। वही जमीन है, और कोई जमीन नहीं है। 1200 करोड़ रुपये इसके विकास के लिए हैं और पैसे दिए जायेंगे।
दरअसल, पूरा दरभंगा ही लो लैंड एरिया है। लिहाजा राज्य सरकार के तरफ से जो जमीन दी गई है। वह भी लो लैंड एरिया ही है। नड्डा ने कहा कि एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन में पानी भरा रहने का खतरा रहता है। राज्य सरकार ने इस जमीन को भरने की भी सहमति दी है लेकिन केंद्र चाहता है कि इस जमीन को न भराकर इसका उपयोग किया जाए। इसलिए आईआईटी दिल्ली से तकनीकी सहयोग मांगा गया है। आईआईटी दिल्ली को एम्स भवन का ऐसा डिजाइन तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है, जिससे पानी भरने की स्थिति में अस्पताल के संचालन में कोई बाधा नहीं आए।
उन्होंने कहा कि पहले शहर में एम्स के लिए जमीन तलाश की जा रही थी। लेकिन हम लोगों ने कहा था कि एम्स के लिए खुली जगह होनी चाहिए। ग्रीन फील्ड एरिया मांगा गया था। इसके बाद शोभन में एम्स की जमीन चुनी गई। नड्डा ने दावा किया कि अस्पताल का निर्माण जल्द किया जाएगा। इससे पहले बीते 7 सितंबर को केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने को दरभंगा के शोभन में एम्स की साइट का निरीक्षण किया था। राज्य सरकार ने दरभंगा एम्स निर्माण के लिए 187 एकड़ जमीन केंद्र को उपलब्ध करा दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब और देर की गुंजाइश नहीं है। अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा एम्स का शिलान्यास करेंगे. नड्डा ने शिलान्यास की तारीख नहीं बतायी, लेकिन इस परियोजना को लेकर इंतजार में बैठे लोगों के लिए दरभंगा एम्स के बनने की उम्मीद अब हकीकत बनने जा रही है। इसी शोभन बाइपास की जमीन पर लोकसभा चुनाव से पहले खूब राजनीति हुई थी। इस दौरान शोभन बाइपास की जमीन और डीएमसीएच के कैम्पस वाली भूमि का भी केंद्रीय टीम ने कई बार निरीक्षण करने के बाद इसे एम्स निर्माण के लिए अनुपयुक्त बताया था। जिसके बाद उस समय चल रही महागठबंधन के सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आनन-फानन में दरभंगा में 2500 बेड के नए हॉस्पिटल के निर्माण की घोषणा कर दी थी।