PATNA: पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है. सुशील मोदी ने कहा है कि ये शर्म की बात है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर सूटकेस में कारतूस रखकर ले जाना वाला व्यक्ति बिहार का शिक्षा मंत्री बन गया है. नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के दबाव में ऐसा शिक्षा मंत्री बनाया है, जो व्यक्तिगत ईमानदारी और लोकलाज को ताक पर रख कर वर्षों से शिक्षक और मंत्री , दोनों पदों का वेतन उठा रहे हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि ऐसे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कारण बिहार को बार-बार शर्मसार होना पड़ रहा है. उन्हें अविलम्ब बर्खास्त कर उनसे अब तक के किसी एक वेतन की राशि वसूल की जानी चाहिए. सरकारी नियमों के मुताबिक भी दो जगहों से वेतन लेना गलत है.
15 साल से बगैर पढ़ाये ले रहे वेतन
सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर खुद को औरंगाबाद के एक कालेज का लेक्चरर बताते हैं. वे वहां से शिक्षक होने के नाते वेतन ले रहे हैं, जबकि पिछले 15 साल से वहां पढाने भी नहीं गए. ये वही चंद्रशेखर हैं, जिनके सूटकेस से दिल्ली हवाई अड्डे पर कारतूस बरामद हुआ था. इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज किया गया था. ऐसे हथियार-शौकीन व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाये रख कर नीतीश कुमार छात्रों को क्या संदेश देना चाहते हैं? क्या इससे बिहार का अपमान नहीं हो रहा है?
सुशील मोदी ने कहा कि सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री का पैर छूने वाले इसी शिक्षा मंत्री ने कई सरकारी कार्यक्रमों में धर्मग्रंथ श्रीरामचरित मानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि बिहार का शिक्षा मंत्री अगर भगवान बुद्ध और भगवान महावीर को न पहचान पाये, तो इससे ज्यादा दुखद क्या होगा? सुशील मोदी ने कहा कि इस बार महावीर जयंती पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भगवान बुद्ध की तस्वीर पोस्ट कर जैनियों को बधाई दी.