ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR ELECTION 2025: बड़हरा से RJD ने रामबाबू सिंह पर जताया भरोसा, सिंबल मिलते ही क्षेत्र में जश्न Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Assembly Election : ऐसे होगी बुर्के-घूंघट वाली वोटर्स की पहचान, चलेगा टीएन शेषन वाला आदेश Gujrat Politics: गुजरात की सियासत में बड़ा उलटफेर, सभी 16 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेश पटेल को सौंपा इस्तीफा Gujrat Politics: गुजरात की सियासत में बड़ा उलटफेर, सभी 16 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेश पटेल को सौंपा इस्तीफा

सूर्य के बाद इस महीने लगने जा रहा है 2022 का पहला चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल की स्थिति

1st Bihar Published by: Updated Sun, 15 May 2022 10:34:06 AM IST

सूर्य के बाद इस महीने लगने जा रहा है 2022 का पहला चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल की स्थिति

- फ़ोटो

DESK : साल का पहला चंद्रग्रहण 16 मई 2022 दिन सोमवार लग रहा है. भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण सुबह 08 बजकर 59 मिनट से सुबह 10 बजकर 23 मिनट रहेगा. बता दें सोमवार को वैशाख पूर्णिमा को लगने वाला है. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. इस दिन चंद्रमा लाल रंग में नजर आएगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. साल का पहला चंद्र ग्रहण विशाखा नक्षत्र में लगेगा. 


जानकारी हो कि इस महीने का यह दूसरा ग्रहण होगा. इसी महीने में अमावस्या को सूर्यग्रहण लगा था और अब पूर्णिमा को चंद्रग्रहण लग रहा है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना गया है. यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा तथा इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा. इस ग्रहण की कोई भी धर्मशास्त्रीय मान्यता एवं सूतक वेध का प्रतिबंध नहीं होगा.


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण में गंगा स्नान से सौ अश्वमेघ यज्ञ और चंद्रग्रहण में गंगा स्नान से एक हजार वाजस्नेय यज्ञ के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है. इसीलिए ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान और घरों में इसका छिड़काव करना चाहिए.