इंग्लैंड दौरे से लौटे नीतीश, पटना एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत

इंग्लैंड दौरे से लौटे नीतीश, पटना एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विदेश दौरे से पटना लौट आए हैं। पटना आगमन पर एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। पहले 13 मार्च को नीतीश लौटने वाले थे लेकिन कार्यक्रम में तब्दिली के बाद दो दिन पहले 11 मार्च को ही वे इंग्लैंड से भारत लौट गये। उसी दिन दिल्ली से पटना के लिए रवाना हुए। सोमवार की शाम को पटना आगमन पर उनका स्वागत किया गया। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के पटना लौटने के बाद एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो जाएगा। 


दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग किसी भी वक्त चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। ऐसे में पक्ष और विपक्ष दोनों ही खेमों में सीटों के बंटवारे को लेकर गहमागहमी चल रही है। मुख्यमंत्री का विदेश दौरा तब हुआ जब एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची चल रही है और एनडीए में शामिल बीजेपी, जेडीयू और अन्य सहयोगी दलों में सीटों को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है।


सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सीएम नीतीश ने अपने विदेश दौरे की चर्चा की। कहा कि ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम के० दोराइस्वामी से मुलाकात हुई। इस दौरान पटना में निर्माणाधीन डॉ० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम साइंस सिटी को लेकर विस्तार से चर्चा की। पटना में निर्माणाधीन साइंस सिटी को विश्वस्तरीय बनाने की योजना है। भारतीय उच्चायुक्त ने साइंस सिटी के निर्माण में हरसंभव सहयोग करने को कहा है। स्कॉटलैंड में जल संसाधन के क्षेत्र में किए जा रहे नवप्रवर्तनों की भी जानकारी ली। वॉटर मैनेजमेंट के संबंध में नवीन प्रयोगों को बिहार में भी अमल में लाने की चर्चा हुई।


इससे पहले उन्होंने एक्स पर लिखा था कि लंदन यात्रा के क्रम में आज साइंस म्यूजियम का परिभ्रमण किया। पटना में बन रहे साइंस सिटी को उसी के अनुरुप बनाया जाएगा। पटना में साइंस सिटी के निर्माण के पश्चात् यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को विज्ञान की मूलभूत बातें, गतिविधियां और विज्ञान के सिद्धांतों को सरलता से समझने में सुविधा होगी तथा विज्ञान में उनकी रूचि बढ़ेगी। लंदन यात्रा के क्रम में आज साइंस म्यूजियम का परिभ्रमण किया। पटना में बन रहे साइंस सिटी को उसी के अनुरुप बनाया जाएगा। पटना में साइंस सिटी के निर्माण के पश्चात् यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को विज्ञान की मूलभूत बातें, गतिविधियां और विज्ञान के सिद्धांतों को सरलता से समझने में सुविधा होगी तथा विज्ञान में उनकी रूचि बढ़ेगी।