SAHARSA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सात निश्चय में भ्रष्टाचार की गवाही देने वाली तस्वीरें सामने आने लगी हैं. सहरसा में सात निश्चय के तहत बनी सड़के एक साल में ही ध्वस्त होने लगी है. लोग अधिकारियों से भ्रष्टाचार की शिकायतें कर रहे हैं लेकिन कार्रवाई जीरो है.
भ्रष्टाचार की सड़क
तस्वीर में दिख रही सड़क सहरसा जिले के सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड के खजुरी पंचायत की है. इस पंचायत के वार्ड नंबर 10 में मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना के तहत एक साल पहले सड़क बनवायी गयी थी. सड़क बनाने का जिम्मा वार्ड क्रियान्वयन समिति को दिया गया था. लेकिन रोड बनाने में ऐसा खेल हुआ कि एक साल में वह ध्वस्त हो गया.
खजुरी के ग्रामीणों से हमारे संवाददाता ने बात की. उन्होंने बताया कि निर्माण के समय ही बेहद घटिया सामान का उपयोग किया गया था. उसी वक्त से शिकायत की जा रही थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. नतीजतन कुछ ही महीने में सड़क ध्वस्त हो गयी.
प्रशासन से शिकायत लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि पहले ही सहरसा जिला प्रशासन से इस सड़क को बनाने में घोटाले की शिकायत की गयी थी. ग्रामीणों की शिकायत के बाद एसडीएम को मामले की जांच के लिए भेजा गया था. एसडीएम ने वहां आकर जांच भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. नतीजतन, एक साल के भीतर ही सड़क ध्वस्त हो गयी.
सात निश्चय में भ्रष्टाचार
गौरतलब है कि बिहार की कई पार्टियां मुख्यमंत्री के सात निश्चय में भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही हैं. लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान का सीधा आरोप रहा है कि सात निश्चय भ्रष्टाचार की योजना है और इसका पैसा नेताओं और अधिकारियों की जेब में जा रहा है. विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था. वहीं, आरजेडी भी लगातार सात निश्चय में भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही है.