1st Bihar Published by: Updated Tue, 07 Dec 2021 07:51:25 AM IST
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PATNA : लंबे इंतजार के बाद आखिरकार इंग्लैंड से पटना आए उस युवक की जांच रिपोर्ट आ गई है जिसे ओमिक्रोन होने की आशंका जताई जा रही थी. मोतिहारी का रहने वाला युवक नवंबर के शुरुआती दिनों में इंग्लैंड से लौटा था. बिहार आने से पहले वह दिल्ली में रुका था और वहीं से उसे सांस की तकलीफ होने लगी थी. लेकिन अब उसकी जांच रिपोर्ट सामने आ गई है इस युवक को ओमिक्रोन नहीं है बल्कि उसमें डेल्टा वैरीअंट पाया गया है.
तबीयत बिगड़ने के बाद युवक को पटना के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. यहीं पर उसकी कोरोनावायरस आई गई और वह संक्रमित पाया गया. बाद में उसके सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए आईजीआईएमएस भेजा गया था. आईजीआईएमएस में तकरीबन 1 महीने बाद रिपोर्ट आई है इस रिपोर्ट में ओमिक्रोन नहीं होने की बात कही गई है. पटना के लिए भले ही ये अच्छी खबर हो लेकिन दूसरी खबर चिंता पैदा करने वाली है. राजधानी पटना में सोमवार को 6 नए मरीजों की पहचान की गई इसके अलावा एक अन्य मरीज वैशाली में मिला है. बाकी अन्य जिलों में किसी मरीज की पहचान नहीं हुई है पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित की तादाद में इजाफा हुआ है और यह इस बात का संकेत है कि लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए.
ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए बिहार से 27 सैंपल अब तक जांच के लिए दिल्ली भेजे गए हैं. इन सभी की जिनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी. दिल्ली के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के लाभ में इंसानों की जिनोम सीक्वेंसिंग के बाद रिपोर्ट सामने आएगी. गया और गोपालगंज में मिले एक-एक विदेशी यात्री का सैंपल भी यहां जांच के लिए भेजा गया है. सबसे बड़ी चिंता मुजफ्फरपुर में 18 नवंबर से लेकर 6 दिसंबर के बीच आए विदेशी यात्रियों को लेकर है. विदेश से सफर कर आने वाले 532 लोगों की पहचान की गई है लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि इनमें से 385 लोग अभी भी ट्रसलैस है. यहां औराई के रहने वाले एक परिवार के सभी सदस्य करुणा संक्रमित पाए गए हैं. यह परिवार 29 नवंबर को मलेशिया से आया.