PATNA: बिहार के बहुचर्चित नेता और पूर्व मंत्री ददन पहलवान प्रवर्तन निदेशालय यानि ED के शिकंजे में फंस गये हैं. ईडी ने ददन पहलवान की 68 लाख रूपये की संपत्ति जब्त कर ली है. जांच एजेंसी कह रही है कि ददन पहलवान ने अपराध कर अकूत संपत्ति बनायी है. उन संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है.
ईडी की कार्रवाई
ईडी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गयी है कि मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत ददन पहलवान के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. उनकी सात लक्जरी गाडियों के साथ 7 भूखंडों को अस्थायी तौर पर जब्त किया गया है. ईडी के मुताबिक ददन सिंह उर्फ ददन पहलवान का बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश में आपराधिक इतिहास रहा है. 2004 से ही उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हुए हैं.
ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार पुलिस ने उनकी संपत्ति की छानबीन के लिए पत्र भेजा था. जिसके बाद उनकी संपत्ति औऱ आपराधिक रिकार्ड की छानबीन की गयी. ईडी की जांच में पाया गया कि ददन पहलवान आदतन अपराधी रहे हैं और उनके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं. ददन पहलवान के खिलाफ अवैध हथियार रखने, हत्या की कोशिश करने, धोखाधड़ी कर संपत्ति हड़पने जैसे कई मामले दर्ज हैं. जांच में ये पाया गया है कि अपराध के जरिये उन्होंने संपत्ति अर्जित की है. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ददन पहलवान के बेटे करतार सिंह यादव और उनकी पत्नी उषा देवी को भी अभियुक्त बनाया है.
गौरतलब है कि ददन पहलवान बिहार के बहुचर्चित बाहुबली राजनेता रहे हैं. 2000 में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्हें राबड़ी देवी की सरकार में उत्पाद राज्य मंत्री बनाया गया था. बाद में वे जेडीयू के टिकट पर भी बक्सर जिले के डुमराव से विधायक रहे. 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने उनका टिकट काट दिया. लेकिन ददन पहलवान ने पार्टी के खिलाफ विद्रोह कर दिया. उसके बाद उन्हें जेडीयू से निकाल दिया गया था.