ड्राइवर बनने में लग गया 5 साल, सुनकर चौंक गए नीतीश: युवक ने कहा- 2016 में फॉर्म भरा, एग्जाम दिया, नौकरी भी हुई लेकिन जॉइनिंग गायब

ड्राइवर बनने में लग गया 5 साल, सुनकर चौंक गए नीतीश: युवक ने कहा- 2016 में फॉर्म भरा, एग्जाम दिया, नौकरी भी हुई लेकिन जॉइनिंग गायब

PATNA : बिहार में बेरोजगारी का ये आलम है कि आये दिन विपक्ष के नेता सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में 19 लाख और 10 लाख रोजगार देने के वादे के इर्द-गिर्द ही महागठबंधन और एनडीए ने चुनाव लड़ा. नीतीश कुमार फिर से सीएम बन गए. लेकिन आज मुख्यमंत्री के सामने एक ऐसा मामला सामने आया कि वो भी हैरान हो गए. दरअसल 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में पहुंचे एक शख्स ने बहाली की प्रक्रिया को लेकर शिकायत की, जिसे सुनकर सीएम नीतीश भी चौंक गए. 


दरअसल अक्टूबर महीने के पहले सोमवार के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों की फरियाद सुन रहे थे. इस दौरान एक युवक अपनी शिकायत लेकर सीएम के पास पहुंचा और कहा कि नौकरी फाइनल हो गई है लेकिन जॉइनिंग नहीं हो रही. युवक के मुताबिक ड्राइवर बनने में उसे 5 साल का एक लंबा समय लग गया. बहाली प्रक्रिया में ये लंबा वक़्त गुजर गया लेकिन उसकी जॉइनिंग नहीं हो रही है.


फरियादी युवक ने मुख्यमंत्री से कहा कि "5 साल पहले वर्ष 2016 में बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से चालक के पद पर बहाली के लिए वैकेंसी निकाली गई. मैंने फॉर्म भरा, एग्जाम दिया. 4 साल में दिसंबर 2020 तक बहाली की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई. विभिन्न विभागों में आयोग की ओर से अनुशंसा भी कर दी गई. कई विभागों में दूसरे उम्मीदवारों की नियुक्ति हो गई लेकिन मेरी जॉइनिंग नहीं हो रही है. इस संदर्भ में मैंने पटना के डीएम से भी बात की लेकिन मेरी नियुक्ति नहीं हो रही."



युवक की पीड़ा सुनकर खुद मुख्यमंत्री भी हैरान रहे गए. उन्होंने अपने अधिकारी से बात की और कहा कि फौरन पटना के डीएम के पास इस मामले को भेजा जाये. युवक की शिकायत पत्र को पटना जिलाधिकारी के पास भेजकर इस मामले को देखने के लिए कहा जाये. सीएम द्वारा आश्वासन मिलने के बाद युवक वहां से चला गया.


गौरतलब हो कि 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के तहत आज सीएम नीतीश गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व तथा सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. सीएम आज पुलिस और जमीन से जुड़े मामलों की शिकायत सुन रहे हैं. मुख्‍यमंत्री एक दिन में आम तौर पर करीब 150 लोगों की शिकायतें सुनते हैं. कोरोना प्रोटोकाल को देखते हुए यह सीमा निर्धारित की गई है.


आपको बता दें कि जनता दरबार में आने के लिए आवेदक को पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है. रजिस्‍ट्रेशन के बाद अप्‍वाइंटमेंट मिलने पर ही जनता दरबार में आना है. मुख्‍यमंत्री सुबह 10 बजे से लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. माना जा रहा है कि सीएम अगले चार से पांच घंटे यहाँ लोगों की शिकायत सुनेंगे.